जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस सरकार अभी विधानसभा का पहला सत्र भी आयोजित नहीं कर पाई है कि एक तरफ बसपा से धमकी मिल गई तो दूसरी तरफ कांग्रेस की महिला नेता, विधायक एवं महिला और बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ममता भूपेश ने विवादित बयान दे डाला। वो अलवर जिले के रैणी कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।
सोमवार को रैणी में आयोजित एक सम्मान समारोह में ममता भूपेश ने कहा, 'प्रथम कर्तव्य हमारा, हमारी जाति के लिए। उसके बाद हमारे समाज के लिए। उसके बाद सर्व समाज के लिए, सबके लिए। हमारी मंशा यह रहेगी कि हम सबके लिए काम कर पाएं।' बता दें कि मंत्री ने शपथ लेते समय कुछ और कहा था। संवैधानिक शपथ में सबसे पहले देश और फिर उसके नागरिक आते हैं। मंत्रीपद के लिए जातिवाद की शपथ नहीं ली जाती।
ममता भूपेश के इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल गरम हो गया। इसके बाद उन्होंने सफाई दी। राज्यमंत्री ने कहा कि वह चाहती हैं कि प्रत्येक व्यक्ति जो राज्य में रह रहा है, वह सम्मान से रहे। साथ ही सबके लिए काम हो। बता दें कि इसी बीच बसपा से धमकी आई है कि यदि 2 अप्रैल 2018 भारत बंद के दौरान दर्ज हुए मामले वापस नहीं लिए गए तो वो सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगी।