भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि वंदे मातरम् को लेकर कमलनाथ जी सारी बातें स्पष्ट कर चुके हैं कि वंदे मातरम् हमारी दिल की गहराईयों में बसा है। हम इसके विरोधी नहीं हैं। हम भी इसका समय-समय पर गान करते हैं। हम इसे नये स्वरूप में प्रारंभ करेंगे। इसके बाद भी भाजपा इस मुद्दे पर बेवजह राजनीति क्यों कर रही है? अपनी खोई हुई जमीन को प्राप्त करने के लिये वह जानबूझकर इस मुद्दे को हवा दे रही है और इसका राजनीतिक फायदा लेना चाहती है।
सलूजा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बने हुए सिर्फ 15 दिन हुए हैं। इतने कम समय में सरकार द्वारा लिये गये जनहितैषी निर्णयों से बौखलाकर भाजपाई जान बूझकर वंदे मातरम् और मीसाबंदियों के मामले को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। ऐसे भाजपाईयों को पहले अपने अल्पज्ञान में वृद्धि करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग का वह परिपत्र पढ़ना चाहिए जो मीसाबंदियों को लेकर जारी हुआ है। इसमें स्पष्ट लिखा है कि प्रदेश में लोकतंत्र सैनानी सम्मान निधि के भुगतान में बजट प्रावधान से अधिक व्यय की स्थितियां महालेखाकार के परीक्षण प्रतिवेदनों के माध्यम से संज्ञान में आई है। इस कारण लोक लेखा समिति के समक्ष विभाग को स्थिति स्पष्ट करने में कठिनाई आती है। साथ ही समिति की अनुशंसा पर बजट से अधिक व्यय की राशि के नियमन के लिए विधानसभा में फिर से विधेयक प्रस्तुत करने की आवश्यकता हो जाती है।
नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि शासन ने इस स्थिति की पुर्नरावृत्ति को रोकने के लिए लोकतंत्र सैनानी सम्मान निधि भुगतान की वर्तमान प्रक्रिया को और अधिक सटीक, पारदर्शी बनाये जाने की आवश्यकता बतायी है। इसके अलावा शासन ने यह भी माना है कि लोकतंत्र सैनिकों का भौतिक सत्यापन कराया जाना भी आवश्यक है और इसके लिए पृथक से विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जाने का उल्लेख सामान्य प्रशासन विभाग के परिपत्र में है।
सलूजा ने कहा कि सरकार के परिपत्र में लोकतंत्र सैनानी सम्मान निधि बंद करने के बारे में कहीं कोई उल्लेख नहीं है। परिपत्र में यह लिखा है कि आगामी माह से लोकतंत्र सैनानी सम्मान निधि राशि का वितरण उपरोक्तानुसार कार्यवाही होने के पश्चात किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा की भ्रम फैलाने की असलियत अब जान चुकी है।