भोपाल। मध्यप्रदेश में कलेक्टर रेट और रजिस्ट्रेशन टैक्स के कारण रियल एस्टेट का बाजार ठप हो गया है लेकिन कमलनाथ सरकार अब कलेक्टर रेट में कटौती करने जा रही है। संस्था काम्पिस्ट की मानें तो कभी 15 प्रतिशत तक दामों में कमी की जाएगी। इससे बाजार फिर से रफ्तार पकड़ सकेगा।
कनफेडरेशन ऑफ एमपी फाॅर इंडस्ट्री, सर्विसेज एवं व्यापार (काम्पिस्ट) का एक प्रतिनिधि मंडल संस्था के अध्यक्ष गोविंद गोयल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से मिला। श्री गोविंद गोयल ने इस नवगठित संस्था के उद्देश्यों के संबध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। श्री गोयल ने चर्चा के दौरान कहा कि कम्पिस्ट प्रदेश में व्यापार, उद्योग एवं शासन के बीच एक सेतु का कार्य करेगा।
कम्पिस्ट का मुख्य उद्देश्य व्यापार और उद्योग में आने वाली कठिनाईयों को दूर करना होगा। व्यापार और उद्योग चलाने एवं स्थापित करने में जो समस्याएं आती हैं, उनके शीघ्र निराकरण के लिये पहल कर, उन्हे शासन से संवाद कर उनका शीघ्र निराकरण का प्रयास करेगा ताकि व्यापार एवं उद्योग प्रदेश में सुचारू रूप से चले तथा शासन के राजस्व में भी बढौत्री हो। ‘‘काम्पिस्ट’’ प्रदेश में रोजगार के साथ समग्र विकास के लिये निरन्तर प्रयास करेगा।
इस संबंध में श्री गोयल ने मुख्यमंत्री जी से प्रदेश में कन्स्ट्रक्शन सेक्टर में नोटबंदी के बाद आई आर्थिक मंदी को दूर करने के लिये कलेक्टर गाइडलाईन में प्रचलित बाजार मूल्य को पूरे प्रदेश में 15 प्रतिशत कम करने का आग्रह किया और उन्हे आश्वस्त किया कि ऐसा करने से कन्स्ट्रक्शन/ रियल स्टेट गतिविधियों में तेजी आएगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें तथा इस कदम से शासन की आय में भी आज की अपेक्षा कम से कम 25-30 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इस प्रकार की कटौती पिछले कुछ समय में अन्य प्रदेशों में भी की गई है। जिससे व्यापार, व्यवसाय एवं संपत्ति की खरीद-बिक्री में इजाफा हुआ है।
प्रतिनिधिमंडल की प्रदेश हितैषी संभावनाओं एवं विकास कार्य में गति प्रदान करने हेतु प्रस्तुत प्रस्तावों पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र ही क्रियान्वित करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमण्डल में सर्वश्री श्री गोविंद गोयल, श्री तेजकुल सिंह पाली, श्री एस.कृष्णनन, श्री संजय बूलचंदानी एवं श्री प्रताप वर्मा सम्मिलित थे।