भोपाल। भोपाल समाचार डॉट कॉम सहित देश के कुछ प्रमुख मीडिया संस्थानों की खबर का असर हुआ है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया है कि रेलवे अकेले 4 लाख नौकरियां देने जा रहा है जिसमें से 1.50 लाख की प्रक्रिया चल रही है जो अगले 2-2.5 महीने में पूरी हो जाएगी। शेष पदों के लिए जल्द ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
BHOPAL SAMACHAR ने भी उठाया था मुद्दा
बता दें कि एक RTI के बाद अध्ययन करने पर यह खुलासा हुआ था कि भारतीय रेलवे परीक्षा बोर्ड की ओर से जो 1.50 लाख रिक्त पदों पर RECRUITMENT प्रक्रिया शुरू की गई है वो नाकाफी है। मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी कार्यकाल में रेल विभाग से जितने कर्मचारी रिटायर हुए उनकी तुलना में प्रचलित भर्ती प्रक्रिया से रिक्त पद भी नहीं भरे जा सकेंगे। इसके बाद रेल मंत्रालय की ओर से यह बयान आया।
UPA GOVERNMENT के कार्यकाल में आंकड़े
यूपीए के कार्यकाल में आंकड़े भी कुछ अच्छे नहीं रहे। यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे में भर्तियों के आंकड़े की बात करें तो साल 2007-08 में रिटायर्ड कर्मचारियों की संख्या 42,149 थी। हालांकि इस साल होने वाली नई भर्तियों के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
2008-09 में रिटायर्ड कर्मचारी 40,290, नई भर्तियां 13,870 हुईं।
2009-10 में रिटायर्ड कर्मचारी 41,372, नई भर्तियां 11,825 हुईं।
2010-11 में रिटायर्ड कर्मचारी 43,251, नई भर्तियां 5,913 हुईं।
2011-12 में रिटायर्ड कर्मचारी 44,360, नई भर्तियां 23,292 हुईं।
2012-13 में रिटायर्ड कर्मचारी 68,728, नई भर्तियां 28,467 हुईं।
2013-14 में रिटायर्ड कर्मचारी 60,728 नई भर्तियां 31,805 हुईं।
MODI सरकार के कार्यकाल में आंकड़े
मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे में नई भर्तियों के आंकड़े में बड़ी गिरावट आई।
2014-15 में रिटायर्ड कर्मचारियों की संख्या 59,960 और नई भर्तियां 15,191 हुईं।
2015-16 में रिटायर्ड कर्मचारियों की संख्या 53,654 और नई भर्तियां 27,995 रहीं।
2016-17 में रिटायर्ड कर्मचारियों की संख्या 58,373 और नई भर्तियां 19,587 हुईं।
2017-18 में रिटायर्ड कर्मचारियों की संख्या उपलब्ध नहीं और नई भर्तियां 19,100 हुईं।