Ratlam/Madhya Pradesh. मध्यप्रदेश के रतलाम में 'सिर पर पल्लू' को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि शादी ही टूट गई। दुल्हन श्रम निरीक्षक है। उसने अपनी होने वाली सास को तानाशाह करार दिया और शादी करने से इंकार कर दिया। मामला थाने तक पहुंचा और फिर बारात वापस लौट गई।
ये है पूरा मामला
जुलाई 2018 में इंदौर की हुकुमचंद कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय वल्लभ पंचोली की शादी रतलाम के राजीव नगर निवासी वर्षा सोनावा से तय हुई। वर्षा झाबुआ में प्रशिक्षु लेबर इंस्पेक्टर हैं। 25 जनवरी को दोनों की शादी थी। शादी के लिए सुबह 11 बजे इंदौर से 40 बाराती रतलाम पहुंचे। शादी व उनके ठहरने का इंतजाम सैलाना रोड पर बरवड़ के पास स्थित मैरिज गार्डन में था। इसी दिन दोपहर को पहले सगाई सेरेमनी थी। दोपहर करीब 1.30 बजे वर्षा को सहेलियां स्टेज पर ला रही थीं। पास में ही बैठी वर्षा की होने वाली सास राधाबाई ने अपनी छोटी बेटी छाया से कहा, 'दुल्हन ने सिर पर पल्लू नहीं रखा है। उससे कहो कि चुन्नी डाल ले।'
छाया ने जब वर्षा से ऐसा करने को कहा तो दुल्हन बोली उसके पिताजी कहेंगे तभी वह सिर पर पल्लू लेगी। इसके बाद बारात में आईं अन्य महिलाओं ने वर्षा के पिता कन्हैयालाल सोनावा से कहा लेकिन जब पिता ने बेटी के सपोर्ट में कहा कि वर्षा की जैसी मर्जी हो वैसा करे। इस पर बात बिगड़ गई और दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
पल्लू विवाद इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक जा पहुंचा। लड़की वालों ने दूल्हे के घरवालों पर 10 लाख दहेज मांगने का आरोप लगा दिया। जिसके बाद पुलिस अधिकारी ने दूल्हा-दुल्हन को शांत दिमाग से आपस में चर्चा करने को कहा। दोनों ने लिखकर दिया कि दहेज वाली कोई बात नहीं हुई है लेकिन दोनों एक-दूसरे से अब शादी नहीं करेंगे। वर्षा के पिता ने बेटी के फैसले को सही ठहराते हुए कहा, उसका निर्णय हमे मान्य है। शाम करीब 6.30 बजे बारात इंदौर लौट गई। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों व गवाहों ने लिखित में समझौता पत्र दिया है।