भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने तय कर लिया है कि वो मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे हालात बनने नहीं देगा। कमान अपने हाथ में ली जाएगी और भाजपा नेताओं को पर्याप्त निर्देश देते हुए पालन हेतु बाध्य भी किया जाएगा। लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए RSS की एक बैठक इंदौर में आयोजित की गई है। यह तीन दिन चलेगी। जिसमें संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य उपस्थित रहेंगे। सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
मध्यप्रदेश में भाजपा का भविष्य तय करने वाली यह महत्वपूर्ण बैठक शुरू हो चुकी है। बताया जा रहा है कि बैठक में आरएसएस की मध्यप्रदेश के लिए तैयार हुए रणनीति का खुलासा किया जाएगा। संघ पदाधिकारियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया जाएगा एवं आरएसएस के हर स्वयं सेवक का उपयोग सुनिश्चित हो, इस पर ठोस योजना बनाई जा रही है।
स्वयंसेवक जो कार्यकर्ता थे अब नेता बन गए
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की एक बड़ी चिंता यह है कि 15 साल पहले तक जो स्वयं सेवक एक सामान्य कार्यकर्ता थे अब वो नेता बन गए हैं। संघ में नीचे तक 15 साल की सत्ता का असर नजर आ रहा है। शाखाओं की संख्या लगातार घट रही है जबकि कई शाखाएं बंद हो गईं हैं। जो चल रहीं हैं उनमें भी स्वयंसेवकों की उपस्थिति न के बराबर है। कई स्वयंसेवक नेता हो गए हैं। नगर निगम से लेकर विधानसभा के चुनाव मे वे टिकट की दौड़ में सबसे आगे खड़े मिलते हैं। ये संघ के लिए चिंता का विषय है।