भोपाल। कांग्रेस, सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए कांग्रेस सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को रविवार शाम अचानक भोपाल बुलाया गया और फिर देर रात तक मुख्यमंत्री कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच चर्चा चलती रही।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायक दल की बैठक के बाद निर्दलीय और समर्थन देने वाले दलों के विधायकों को डिनर दिया था। जिसमें कांग्रेस के 113, निर्दलीय 4, बसपा 2 और सपा विधायक (कुल 120) शामिल हुए। बैठक में भाजपा द्वारा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार उतारने के बाद निर्मित होने वाले स्थिति के बारे में चर्चा हुई। यह तय हुआ कि भाजपा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी उतारती है तो कांग्रेस उपाध्यक्ष के लिए भी अपना उम्मीदवार उतारेगी।
BJP विधायकों कों अलग-अलग डिनर दिया गया
इधर, देर रात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर व उज्जैन क्षेत्र के विधायकों, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने जबलपुर और सागर, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर व चंबल, राजेंद्र शुक्ल ने रीवा-शहडोल तथा पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने भोपाल व नर्मदा पुरम के विधायकों को अपने निवास पर डिनर दिया। भाजपा ने भी अपने सभी विधायकों को राजधानी न केवल बुला लिया, बल्कि संगठन से जुड़े लोगों को यह भी कहा कि एक-एक विधायक से बात करके पुष्टि करें। बताया जा रहा है कि नागेंद्र सिंह गुढ़, गौरीशंकर बिसेन, रामकिशोर कांवरे, विजय शाह और आकाश विजयवर्गीय समेत कुछ विधायक सोमवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे। बाकी भोपाल पहुंच गए हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि यदि सोमवार को स्पीकर का चुनाव लड़ाने पर सहमति बनती है तो सभी विधायकों से संगठन के दिग्गज संपर्क में रहेंगे।