भोपाल। चुनाव के पहले संबल योजना के तहत 18 करोड़ में छापे गए स्मार्ट कार्ड 68 दिन में बेकार हो गए हैं। यह इसलिए हुआ क्योंकि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह ने इन स्मार्ट कार्ड में अपना फोटो छपवा दिया था। कमलनाथ सरकार ने ये कार्ड तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए हैं। अब नए कार्ड छपवाए जाएंगे, लेकिन इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ का फोटो नहीं होगा।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने संबल योजना के अंतर्गत 1.80 करोड़ मजदूरों के लिए जुलाई महीने में स्मार्ट कार्ड छपवाए थे। इसमें शिवराज का फोटो लगा था। इन फोटो वाले कार्ड का कांग्रेस ने काफी विरोध किया था, क्योंकि ये चुनावी हथकंडा था। श्रम विभाग ने सभी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को कार्ड वापस बुलाने के लिए पत्र लिखा है।
इसलिए बेकार हो गए कार्ड :
सरकार ने जून 2018 में मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना शुरू की थी। श्रम विभाग ने सभी जिलों में कामकाजी और असंगठित मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया था। यह कार्ड मजदूरों को जनपद पंचायत के माध्यम से 20 से 30 जुलाई को बांटे गए थे। कार्ड की छपाई में 18 करोड़ रुपए तक खर्च आया था। प्रत्येक मजदूर के मान से कार्ड के लिए 10 रुपए की राशि जिला और जनपद पंचायतों को जारी हुई थी। चुनाव का ऐलान होने पर 6 अक्टूबर को आचार संहिता लग गई थी। इसके बाद कार्ड बांटने पर रोक लग गई थी। कार्ड की वैधता 5 साल की है, लेकिन फोटो से बेकार हो चुके हैं।
अब नया कैसा होगा :
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर स्मार्ट कार्ड में उनकी फोटो नहीं रहेगी। इसका लोगो बदलेगा। कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल नई योजनाओं को शामिल किया जाएगा। मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी, नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल, वैधता लिखी होगी।