भोपाल। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने किसानों की कर्जमाफी की तारीख बढ़ा दी है। कैबिनेट में इसका फैसला लिया गया। किसान कर्ज माफी की तारीख को लेकर विवाद था। कांग्रेस विधायक भी इससे नाराज थे। भाजपा ने भी इसको लॉलीपॉप बताया था। अब शिवराज सिंह ने दावा किया है कि सरकार को यह फैसला उनके दवाब में लेना पड़ा।
शिवराज सिह चौहान ने कहा, 'वंदे मातरम को सरकार ने मज़ाक बना दिया है।' इसके साथ ही उन्होंने किसानों के कर्ज़माफ़ी की प्रक्रिया पर सवाल उठाए और कहा सरकार इसे लागू करके दिखाए। क़र्ज़माफ़ी की तारीख़ बढ़ाने का श्रेय शिवराज सिंह चौहान ने लिया। उन्होंने ट्वीट किया ‘किसान कर्ज़माफ़ी 31 मार्च 2018 से बढ़ाकर 12 दिसंबर, 2018 किया जाना हमारे संघर्षों और किसान भाइयों की जीत है। अब मेरी मांग है कि सरकार पूरे प्रदेश में जहां-जहां पाला पड़ने से फसलों को नुक़सान पहुंचा है, वहां तुरंत कार्रवाई करे।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस बार चुनाव परिणाम विचित्र आए हैं। बीजेपी 5 सीट से पीछे रही, लेकिन 47 हजार वोट ज़्यादा मिले। इस बार BJP विरोधी वोट एक होकर कांग्रेस के खाते में चले गए। ग्वालियर, चंबल क्षेत्र में जहां बसपा दो नंबर पर रहती थी, वो पहली बार तीसरे नंबर पर चली गयी। हम हारे नहीं हैं, अंक गणित थोड़ा गड़बड़ हो गया है।