ग्वालियर। सरकार बदल जाने के बाद भी बेरोजगारी जैसी समस्या जस की तस है। शिक्षक वर्ग 1, 2 और 3 की परीक्षाओं की तारीख तय नहीं होने से गुस्साएं बेरोजगार युवकों ने कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।
युवकों का कहना है कि उन्होंने 15 सालों से सत्ता में काबिज सरकार को बदल दिया व कांग्रेस को सत्ता में ले आए, लेकिन आज भी उनकी समस्याओं का कोई समाधान सामने नहीं आया हैं। शिक्षक वर्ग की जो परीक्षाएं 29 दिसंबर को होने वाली थी, उन्हें अब एक महीने के लिए बिना किसी कारण टाला जा रहा हैं जिससे बेरोजगार छात्र मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।
शिक्षक भर्ती परीक्षा द्वारा डीएड, बीएड और एमएड डिग्री धारी छात्रों की दिनांक की जानकारी नहीं मिल रही है। जिससे परेशान होकर गुरुवार को छात्रों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में शिक्षक परीक्षा की तारीख और समय जल्द घोषित करने की मांग की गई। छात्रों ने मांग रखी है कि वर्ग 1 और 2 शिक्षक भर्ती परीक्षा लोकसभा चुनाव से पहले कराई जाए। साथ ही उत्तर प्रदेश की तरह ही मध्य प्रदेश में भी बाहरी व अन्य राज्यों के छात्रों को परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति ना दी जाए।
छात्रों ने इसी सत्र में परीक्षा करवाई जाने की मांग की है, जिससे ओवर एज की कगार पर खड़े छात्रों को इसका लाभ हो सके। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद छात्र जल्द ही इस मामले में निर्णय की उम्मीद कर रहे हैं। आपको बता दें कि कमलनाथ ने भी प्रदेश के युवाओं को सबसे पहले परीक्षाओं में बैठने की प्राथमिकता देने की बात कही है।