नई दिल्ली। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) ने महिला उद्यमियों और महिला स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न सरकारी मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों को सीधे हस्तशिल्प एवं हस्तकरघा, सहायक सामग्री, जूट उत्पाद, घरों के साज-सजावट के सामान और ऑफिस कार्यालय के सामानों की बिक्री करने में सहायता पहुंचाने के लिए ‘वुमनिया ऑन जीईएम’ पहल की शुरुआत की है। इस पहल से महिला उद्यमियों को समेकित आर्थिक वृद्धि हासिल करने में मदद मिलेगी।
गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस की सीईओ एस राधा चौहान ने वुमनिया पहल के मुख्य बिन्दुओँ और उसके फायदों को उजागर करने वाला तीन मिनट का एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने बताया कि महिला मलिकाना वाले लगभग 80 फीसदी संगठन स्व-वित्त पोषित होते हैं और 80 लाख इकाईयों में से 60 फीसदी से ज्यादा इकाईयां सामाजिक स्तर पर पिछड़ी महिला उद्यमियों द्वारा संचालित होती हैं। महिलाएं अपनी कमाई की 90 फीसदी तक की राशि बेहतर पोषण, स्वास्थ्य और अपने बच्चों की पढ़ाई पर निवेश कर देती हैं। ऐसे में गरीबी उन्मूलन की दिशा में महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण एक अच्छी पहल है।
वुमनिया होम पेज पर विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और सीपीएसई पर महिला उद्यमियों की सेवाओं और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए अभियान के बारे में जानकारी उपलब्ध रहेगी। वुमनिया ऑन जीईएम महिला उद्यमियों के लिए आर्थिक अवसरों को बढ़ाएगा और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 5 – ‘लैंगिक समानता हासिल करें और सभी महिला एवं लड़कियों को सशक्त करें’ के लक्ष्य और उद्देश्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस एक सरकारी कंपनी है जिसकी स्थापना वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत की गई है। बेवसाइट की डायरेक्ट लिंक के लिए यहां क्लिक करें