भोपाल। आजाद अध्यापक संघ (AZAD ADHYAPAK SANGH) के प्रांताध्यक्ष भरत पटेल एवं प्रान्तीय महासचिव जावेद खान के संरक्षण में 24 फरवरी 2019 रविवार को यादगारे ए शाहजहांनी पार्क भोपाल में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया था। दावा किया गया था कि इस बार का आंदोलन ऐतिहासिक (HISTORICAL MOVEMENT) होगा परंतु यह एक ही दिन में सिमट गया।
आजाद अध्यापक संघ के प्रान्तीय प्रवक्ता विनय कनौजिया व जिलाध्यक्ष देवेंद्र पटेल ने बताया कि अध्यापकों की लंबित समस्याओं को लेकर सतना जिले से सैकड़ो अध्यापक भोपाल के यादगारे ए शाहजहांनी पार्क पहुंचे और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन विरोध करके सतना आ गये। संघ के प्रांताध्यक्ष भरत पटेल ने आरोप लगाया कि सातवें वेतन के लिये बनाये गए साफ्टवेयर के कारण पूर्व भाजपा सरकार को सत्ता से हाँथ धोना पड़ा अब बर्तमान सरकार भी अध्यापकों को उलझाकर रख दिया कि अभी सातवें वेतनमान के निर्धारण के लिये सॉफ्टवेयर तैयार हो रहा है उसमें समय लग रहा है। कहीं ऐसा न हो जाये कि लोक सभा चुनाव की आदर्श अचार संहिता न लग जाये अब अध्यापक भयभीत हो रहा है। और भरत पटेल द्वारा चेतावनी दी गई है कि सरकार हमारे सभी लंबित आदेश लोक सभा चुनाव से पहले कर दे अन्यथा हम आदर्श अचार संहिता में ही भोपाल में आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगें।
संघ के प्रान्तीय महासचिव जावेद खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार चाहे तो दिव्यांग या मृत अध्यापकों को अनुकम्पा नियुक्ति दे सकती है परंतु दे नही रही जबकि यह सरकार के हाँथ में है, सरकार के अधिकारी आरटीई के नियम में उलझकर रख दिया है। सरकार को एक बार पुनः ज्ञापन के माध्यम से समस्याओं से अवगत करवा दिया गया है। अंत मे छात्र/राष्ट्र हित को देखते हुये आंदोलन को एक दिवसीय धरना करके और ज्ञापन सौंपकर समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि अब बोर्ड परीक्षाये चालू होने वाली हैं।
आजाद अध्यापक संघ के प्रान्तीय प्रवक्ता विनय कनौजिया व जिलाध्यक्ष देवेंद्र पटेल ने बताया कि अध्यापकों की लंबित समस्याओं को लेकर सतना जिले से सैकड़ो अध्यापक भोपाल के यादगारे ए शाहजहांनी पार्क पहुंचे और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन विरोध करके सतना आ गये। संघ के प्रांताध्यक्ष भरत पटेल ने आरोप लगाया कि सातवें वेतन के लिये बनाये गए साफ्टवेयर के कारण पूर्व भाजपा सरकार को सत्ता से हाँथ धोना पड़ा अब बर्तमान सरकार भी अध्यापकों को उलझाकर रख दिया कि अभी सातवें वेतनमान के निर्धारण के लिये सॉफ्टवेयर तैयार हो रहा है उसमें समय लग रहा है। कहीं ऐसा न हो जाये कि लोक सभा चुनाव की आदर्श अचार संहिता न लग जाये अब अध्यापक भयभीत हो रहा है। और भरत पटेल द्वारा चेतावनी दी गई है कि सरकार हमारे सभी लंबित आदेश लोक सभा चुनाव से पहले कर दे अन्यथा हम आदर्श अचार संहिता में ही भोपाल में आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगें।
संघ के प्रान्तीय महासचिव जावेद खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार चाहे तो दिव्यांग या मृत अध्यापकों को अनुकम्पा नियुक्ति दे सकती है परंतु दे नही रही जबकि यह सरकार के हाँथ में है, सरकार के अधिकारी आरटीई के नियम में उलझकर रख दिया है। सरकार को एक बार पुनः ज्ञापन के माध्यम से समस्याओं से अवगत करवा दिया गया है। अंत मे छात्र/राष्ट्र हित को देखते हुये आंदोलन को एक दिवसीय धरना करके और ज्ञापन सौंपकर समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि अब बोर्ड परीक्षाये चालू होने वाली हैं।