भोपाल। कश्मीर से निकले ठंड के बादल मध्यप्रदेश में आकर बरस गए। कई जिलों में ओले और बारिश का क्रम जारी है। 17 जिलों में किसानों की लहलहातीं फसलें तबाह हो गईं। त्राहि त्राहि के हालात हैं। सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है परंतु सरकारी मुआवजे हमेशा ही नाकाफी होते हैं।
पिछले एक-दो दिनों से कई जिलों में लगातार बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। शुक्रवार को सुबह भी महाकौशल और विंध्य क्षेत्र के कई जिलों में बारिश हो रही है। सतना, जबलपुर, पन्ना, शहडोल और नरसिंहपुर जिले में सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। इन जिलों के देर रात ओले भी गिरे हैं। ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। इसके पहले गुरुवार को शाजापुर, आगर, मंदसौर, गुना और दतिया में गुरुवार को बारिश के साथ ओले गिरे। ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, नीमच, अशोकनगर, खजुराहो, सतना समेत आस-पास के इलाकों में बारिश हुई। इस दौरान तेज हवाएं चलने से फसलों को नुकसान हुआ है। बिजली गिरने से छतरपुर में दो व्यक्तियों की मौत हो गई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मौसम में यह बदलाव हुआ।
ओले पड़ने से फसल खराब, सर्वे शुरू / Crop damage, polling started
सतना जिले के सोहावल, सेमरी, पथरोंदा और इटमा में ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और चने की फसल को नुकसान पहुंचा है। बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसलों को कितना नुकसान हुआ है, प्रशासन इसकी जानकारी जुटा रहा है। मप्र सरकार ने पहले ही फसलों के नुकसान का सर्वे कराने का ऐलान किया है।
रात का तापमान 17 डिग्री पार
राजधानी भोपाल के कोलार समेत कई इलाकों में देर रात बारिश हुई। कटनी में भी रात में हल्की बारिश हुई। अभी गरज के साथ बूंदाबांदी हो रही है। भोपाल का दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक था। जबकि रात का तापमान 3.6 डिग्री की बढ़त के साथ 17.5 डिग्री पर पहुंचा। यह सामान्य से पांच डिग्री अधिक था।
आगर मालवा में संतरे की फसल बर्बाद
आगर मालवा जिले के 150 से ज्यादा गांवों में संतरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। तेज आंधी से पेड़ों की डालियां टूट गईं। जो पेड़ बचे, उनके फल भी टूटकर नीचे बिखर गए।