सागर। खबर बीना (BINA, SAGAR) से आ रही है। यहां बदमाश ने एक नाबालिग लड़की को बहकाकर संबंध बनाए और फिर इसका VIDEO बनाया लिया। वीडियो के नाम पर 2 साल से ब्लैकमेलिंग चल रही थी। कई लोगों ने उसे संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। एक महिला ने भी सहयोग किया। जब मामला पुलिस की चौखट पर पहुंचा तो पुलिस ने मोबाइल में लड़की के बयान रिकॉर्ड किए, एक आरोपी को हिरासत में लिया, धारा 151 यानी शांति भंग करना के तहत कार्रवाई करके छोड़ दिया। एफआईआर दर्ज ही नहीं की।
वकील के साथ पहुंची पीड़िता ने थाने में शिकायत की है कि दो साल पहले वह एक शादी में गई थी। घर लौटते समय रिंकू पिता बालचंद अहिरवार काम के बहाने घर में बुलाया और गलत काम किया और इसका वीडियो बनाकर उसे धमकी दी कि अगर किसी को इस बारे में बताया तो वीडियो वायरल कर दूंगा। लड़की का आरोप है कि उसे ब्लैकमेल कर रिंकू और बृजेश ने रमेश पिता परमानंद, नीलेश पिता रमेश, द्रोपती पति रामचरण सहित राजेश पिता रामचरण के घर में अलग-अलग समय दुष्कर्म किया। महिला सहित चारों ने रिंकू को दुष्कर्म करने में सहयोग किया। इस मामले की जानकारी होने का फायदा उठाकर बृजेश पिता रामचरण ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसी तरह उमेश ने भी लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया, लेकिन उसी समय उसके घर में रिंकू आ गया और उसने बृजेश को भगाकर पुराना वीडियो वायरल करने की धमकी देकर फिर से दुष्कर्म किया। शिकायत में लड़की ने कहा कि 24 जनवरी को रिंकू उसे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर नीलेश अहिरवार की छत पर बने कमरे में ले गया। मेरे चिल्लाने पर बड़ी बहन आ गई, जिससे रिंकू मौके से भाग गया।
इन सभी से तंग आ चुकी लकड़ी ने पूरी बात अपनी बहन को बताई। इसके चलते वह अपनी बहन और नाना के साथ शिकायत करने पुलिस के पास पहुंची। पीड़िता और उसके परिजन का आरोप है कि पुलिस आरोपित को पकड़कर लाई और आश्वासन देकर उन्हें घर लौटा दिया। दुष्कर्म का मामला दर्ज करने की बजाए पुलिस ने रिंकू के खिलाफ 151 की कार्रवाई कर छोड़ दिया।
फिर में घुसा घर में
शिकायत में कहा गया है कि रिंकू ने 25 फरवरी को फिर से दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा। पीड़िता अपनी बहन और नाना के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस थाना पहुंची, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की बजाए मोबाइल में बयान रिकॉर्ड कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। पीड़ित और उसका परिवार लगातार दो दिन तक थाने के चक्कर काटता रहा। मंगलवार सुबह फिर से पीड़िता वकील के साथ थाने पहुंची, जब जाकर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
रिपोर्ट दर्ज कराने बुलाया था
रिपोर्ट दर्ज करने में किसी तरह की कोताही नहीं बरती गई। लड़की और उसके परिजनों ने आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने तो पीड़ित परिवार को बुलाकर रिपोर्ट लिखाने के लिए कहा था। परिवार आज पुलिस थाने आया है, शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
अनिल मौर्य, टीआई, बीना