भोपाल। मध्यप्रदेश शासन के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, जनसम्पर्क, विधि-विधायी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और विमानन मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि जाति प्रमाण-पत्र के लिये 50 साल का रिकार्ड माँगने के औचित्य का परीक्षण करवाया जायेगा। यदि यह औचित्यहीन पाया गया तो इस नियम को समाप्त कर दिया जाएगा। श्री शर्मा मध्यप्रदेश जांगड़ा महासभा को संबोधित कर रहे थे।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, जनसम्पर्क, विधि-विधायी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और विमानन मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि धरना और प्रदर्शन के दौरान जांगड़ा समाज के बन्धुओं पर लगे मुकदमे वापस करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों को कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिये छात्रवृत्ति मिलनी चाहिए। श्री शर्मा ने कहा कि जाति प्रमाण-पत्र के लिये 50 साल का रिकार्ड माँगने के औचित्य का परीक्षण करवाया जायेगा।
मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने जांगड़ा समाज को धर्मशाला दी
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि समाज की धर्मशाला के लिये जमीन देख लें, शेष कार्यवाही नगरीय विकास विभाग जल्द करेगा। उन्होंने बताया कि कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले सबसे पहले भारतीय डॉ. भीमराव अम्बेडकर थे। श्री सिंह ने कहा कि मैंने भी उसी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाया जायेगा। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश स्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन में उपस्थित युवक-युवतियों को उनके भावी जीवन की शुभकामनाएँ दी।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि समाज के सभी बच्चों को बेहतर शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी शिक्षा के लिये सभी सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेंगी। इस मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया गया। महासभा में हिमांशु बांधेवाल की स्मृति में प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं तथा वरिष्ठ समाज-सेवियों का सम्मान भी किया गया। कक्षा 10वीं और 12वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया भी उपस्थित थे।