नई दिल्ली। अध्यापक भड़क गए हैं। वो नियमितीकरण की मांग कर रहे थे, परंतु सरकार ने लाठीचार्ज करा दिया। अध्यापकों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस तरीके से सरकार उनकी आवाज दबा नहीं पाएगी। मामला पंजाब राज्य का है। यहां पटियाला में प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों पर लाठीचार्ज किया गया था। सरकार ने वादा किया था कि वो अध्यापकों की समस्याओं का निराकरण करेगी।
बठिंडा में अध्यापक संघर्ष मोर्चा की ओर से बस स्टैंड चौक में पंजाब सरकार के खिलाफ अर्थी फूंक प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने बस स्टैंड पर जाम भी लगाया, जिसके चलते लंबा जाम लग गया।। इससे पहले अध्यापक यूनियन की ओर से टीचर्स होम में मीटिंग की गई। वहां से अध्यापकों ने रोष मार्च निकाल कर बस स्टैंड के बाहर अर्थी फूंकी। साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह संघर्ष को इसी प्रकार से जारी रखेंगे। इसके अलावा अध्यापकों ने सरकार की पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब मुहिम का भी बायकाट करने का ऐलान किया है।
अध्यापक संघर्ष कमेटी के प्रवक्ताओं ने कहा कि पंजाब के सरकारी अध्यापक लंबे समय से वेतन में कटौती करने के अलावा कच्चे अध्यापकों को पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। पंजाब सरकार पिछले 10 महीनों से अपने वादों से भाग रही है। पंजाब के सभी अध्यापक संघर्ष कमेटी की अगुवाई में एक हो चुके हैं, जिसका नतीजा सरकार को आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ेगा। बीएड अध्यापक फ्रंट पंजाब के प्रधान सुखदर्शन सिंह ने कहा कि SSA रमसा अध्यापकों को पूरा वेतन व रेगुलर करवाने के लिए अध्यापक वर्ग हर प्रकार का संघर्ष करने के लिए तैयार है। वहीं जिला प्रधान गुरजीत सिंह जस्सी ने कहा कि शिक्षा विभाग में कार्य कर रहे कर्मचारी पूरा वेतन पर रेगुलर होने तक अध्यापक संघर्ष कमेटी अपने संघर्ष को जारी रखेगी।
चक्का जाम, Traffic route बदला
अध्यापकों के प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बस स्टैंड पर जाम भी लगाया, जिसके चलते बस स्टैंड से बसों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। ट्रैफिक शहर की 100 फीट रोड पर डायवर्ट किया गया। इस कारण रोड पर घोड़ा चौक से लेकर पावर हाउस रोड तक वाहनों की लंबी लाइनें लग गर्ई। वहीं लोगों को ट्रैफिक से निजात पाने के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ा। इसी प्रकार मेन जीटी रोड पर भी जाम में फंसे लोगों को दूसरे रास्तों का सहारा लेना पड़ा।