विदिशा। कल पूरा दिन अतिथि शिक्षकों के नाम रहा। सुबह गायत्री मंदिर में अतिथि शिक्षकों की बैठक रखी गई। वहीं दोपहर में अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री जी के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। फिर शाम को हलचल तेज हुई और जिला कार्यकरणी की बैठक हुई। इस बैठक में नियमितिकरण को लेकर कई फैसले हुए।
भोपाल समाचार से बात चीत में जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह परिहार और उपाध्यक्ष पन्ना लाल लोधी ने बताया कि हम पिछले 10 से 12 साल से कार्यरत हैं हमने को तब सेवाएं दी जब शालाएं शिक्षक विहीन थी। हमने पूरी एक जनरेशन का भविष्य बनाया है। अब हमारा भविष्य अधर में लटका है। हमे शासन से उम्मीद है कि वे हमारे पक्ष में जल्द से जल्द आदेश कर के हमारा भविष्य सुरक्षित करेंगी हमने कार्यकरणी की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
पंचायत के नेताओं से समर्थन मांगेंगे
जिसमे दो फैसले महत्वपूर्ण हैं। हमे सरकार से लोकसभा की आचार संहिता से पहले फैसला चाहिए जिसके लिए अब हम गांव गांव सरपंचों के पास जाएंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि हमने उनके गांव के बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया है तो वे मुख्यमंत्री और गठित समिति के अध्यक्ष डॉ गोविंद सिंह जी को हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिए खत लिख कर आग्रह करें। जिसके लिए हमने कार्यकारी जिला अध्यक्ष अवधेश दीक्षित आशय खरे को जिम्मेदारी सौंपी है
CM के नाम परिवारजनों का संदेश भेजा जाएगा
वही दूसरी ओर हमने एक और फैसला लिया है जिसमे हम जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों के परिवार से आग्रह किया है की वे भी मुख्यमंत्री जी और डॉ गोविंद सिंह जी को वीडियो संदेश एवं खत के माध्यम से उनकी 10 से 12 वर्षो से किये जा रहे संघर्ष को बयां करें जिसकी जिम्मेदारी सुमित नेमा प्रमोद शर्मा और भीष्म सिंह राजपूत को सौंपी है। हमे पूरी उम्मीद है कि हमारी अनार्थिक मांग नियमितीकरण जल्द से जल्द पूरी होगी।