नई दिल्ली। बैंकों में क्रेडिट ग्रोथ बढ़ाने के दबाव का फायदा आनेवाले दिनों में आम लोगों को मिल सकता है। जानकारी के मुताबिक, BANK को Credit growth बढ़ाने के लिए मार्च 2020 तक 20 लाख करोड़ रुपये और चाहिए होंगे। इसके लिए Fixed Deposit की ब्याज दर में बढ़ोतरी की जा सकती है। दरअसल, 4 जनवरी 2019 तक बैंक डिपॉजिट में 9.9 प्रतिशत की तेजी थी। उसके मुकाबले क्रेडिट में कहीं ज्यादा 14.5 प्रतिशत की तेजी आई।
ऐसे में साफ जाहिर है कि क्रेडिट डिमांड को पूरा करने के लिए बैंकों को उनके पास जमा राशि को बढ़ाना होगा और लोग पैसा जमा तब ही करना चाहेंगे जब बैंक अच्छा ब्याज देगा। साल 2018 में बैंकों ने 8 प्रतिशत की तेजी से क्रेडिट ग्रोथ की थी। अगले दो सालों में बैंक इसे 13-14 प्रतिशत तक करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें बैंकों में 20 लाख करोड़ रुपये की नई जमा राशि चाहिए। बता दें कि पिछले कुछ सालों से बैंक सालाना 7 लाख करोड़ रुपये (औसत) के हिसाब से बढ़ रहे हैं।
बजट से भी लाभ / Benefits from Budget
अंतरिम बजट में interest income पर TDS की सीमा 10 हजार रुपये से बढ़कर 40 हजार कर दी गई है। इसकी वजह से भी बैंक डिपॉजिट की तरफ लोगों को आकर्षण बढ़ सकता है। बड़े बैंकों शामिल State Bank of India में मार्च 2018 तक करीब 24 करोड़ टर्म डिपॉजिट के खाते थे। औसतन हर अकाउंट में 2.75 लाख रुपये जमा हैं।