भोपाल। ज्यादातर पुलिस अधिकारी ऐसे मौके की तलाश में होते हैं। वो मामले की संवेदनशीलता का पूरा फायदा उठाते हैं परंतु भिंड जिले के गोहद थाने के टीआई ने इससे कुछ अलग किया। उन्होंने प्रेमिका की शिकायत पर दुल्हा बनकर शादी करने जा रहे युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी करने के बजाए समाज की पंचायत बुलवाई और फैसला करवाया। इस तरह पुलिस ने 3 जिंदगियों को बर्बाद होने से बचा लिया। अब सारा शहर टीआई की तारीफ कर रहा है।
कहानी क्या है
कहानी मुंबई से शुरू होती है। गोहद निवासी शाकिर उर्फ इमरान खान की मुंबई के ठाणे में हेयर सैलून है। इस सैलून पर पिछले पांच-छह महीने से मुंबई के आइशा फिरोज मैमन रिसेप्शनिस्ट की नौकरी कर रही थी। इसी दौरान दोनों में इश्क हो गया। इधर, शाकिर की गोंडा लखनऊ निवासी एक युवती से शादी तय हो गई। वह चुपचाप वहां गोहद आ गया। यह बात आइशा को पता चल गई। वह भी शाकिर को तलाशते हुए सोमवार को गोहद आ गई। गोहद थाना पहुंचकर उसने पूरी बात टीआई रमेश शाक्य को बताई और पुलिस को लेकर वह शाकिर के घर पहुंच गई। जहां उसकी शादी की तैयारियां चल रही थी।
ऐसे मामलों में पुलिस क्या करती है
ऐसे मामलों में ज्यादातर पुलिस हल्दी लगे दूल्हे को हिरासत में ले लेती है। यह एक संवेदनशील समय होता है। इसका फायदा उठाया जाता है और फिर कानूनी कार्रवाई की जाती है। यदि बात बन गई तो सादा कागज पर राजीनामा लिखापढ़ी करके छोड़ दिया जाता है और यदि बात बिगड़ गई तो दुल्हे के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है। कानून अपना काम कर लेता है परंतु इससे 3 जिंदगियां तबाह होतीं हैं।
गोहद में टीआई ने क्या किया
यहां टीआई ने ऐसा कुछ नहीं किया। वो शिकायतकर्ता लड़की को लेकर अपनी टीम के साथ दुल्हे के घर पहुंचे और फिर समाज के सभी लोगों को इस मामले का हल निकालने का अवसर दिया। रातभर समाज की पंचायतें हुई। लड़की और लड़के से कई बार पूछताछ हुई और फिर सभी पक्षों की सहमति के बाद आइशा और शाकिर का निकाह तय कर दिया गया। नियत समय पर मंगलवार की शाम 4 बजे आइशा और शाकिर का निकाह कराया गया।
पुलिस ने लखनऊ वालों को भी सारी बात बताई और रजामंदी ली
बताया जा रहा है कि शाकिर की बारात 27 फरवरी को लखनऊ जाना थी। जिस लड़की से उसका निकाह होने वाला था, उससे भी शाकिर की दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। बाद में यह रिश्ता दोनों के घर वालों को मंजूर हो गया था। लेकिन अचानक आइशा बीच में आ गई और सामाजिक पंचायत के बाद शाकिर को उससे निकाह करना पड़ा। वहीं गोहद पुलिस ने लखनऊ में जिस लड़की से शाकिर का निकाह होना था, उसे भी यह जानकारी दे दी और आइशा व शाकिर के निकाह के लिए रजामंदी ली।