भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मध्य से विधायक एवं कांग्रेस नेता आफिर मसूद ने 'वन्दे मातरम्' विवाद को हवा दे दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह बुनियादी लड़ाई है, शरियत की और शरियत के साथ हम कभी समझौता नहीं करते। अब सोशल मीडिया पर लोग चुनाव प्रचार के दौरान आरिफ मसूद की मंदिर परिक्रमाओं पर सवाल उठा रहे हैं। लोग फोटो शेयर करके पूछ रहे हैं कि चुनाव के दौरान ये सब क्या था।
बता दें कि जिस विधानसभा सीट से आरिफ मसूद विधायक बने हैं, वहां 60 प्रतिशत मतदाता हिंदू हैं और आरिफ मसूद की पहचान इससे पहले तक शरियत वाले मुसलमान नेता के रूप में ही रही है परंतु 2018 के विधानसभा चुनाव प्रचार में आरिफ मसूद ने अपनी इस पहचान को बदलने की कोशिश की। वो कई मंदिरों में गए, धर्मों के नेताओं और हिंदुओं के साधु संतों से मिले, उनका आशीर्वाद भी दिया। प्रचार के दौरान आरिफ मसूद ने इस्लाम के प्रतीक हरे रंग को दूर रखा और भगवा रंग का प्रयोग किया। लोग अब सवाल कर रहे हैं कि क्या जो कुछ प्रचार के दौरान आरिफ मसूद ने किया, वो शरियत के अनुसार उचित था।