भोपाल। भोपाल के डॉक्टरों द्वारा 32 दिन पहले मृत घोषित कर दिए गए एडीजी राजेंद्र कुमार मिश्रा के पिता कुलामणि मिश्रा अब भी जिंदा हैं। यह दावा वैद्य राधेश्याम शुक्ला ने किया है। उन्होंने बताया कि कुलामणि जी की तीनों नब्ज शुक्रवार को भी ठीक से चल रहीं थीं। उनका कहना है कि वात, कफ और पित्त की तीनों नाड़ियां ठीक हैं।
वैद्य राधेश्याम शुक्ला ने कहा कि उन्हें कफ थोड़ा ज्यादा है, जिसमें जल्द सुधार हो जाएगा। पिता को लेकर एडीजी ने कहा कि यदि वे इस दुनिया में नहीं रहे तो 32 दिन बाद भी उनके शरीर से दुर्गंध क्यों नहीं आ रही है? जब तक उनमें जान है, मैं तब तक प्रयास करता रहूंगा। कुछ लोग तो अपने बुजुर्ग माता-पिता को ओल्ड एज होम में छोड़ देते हैं, मैं तो सेवा कर रहा हूं। पिता ने मेरे लिए जितना किया है, उतना तो मैं नहीं कर सकता, लेकिन इतना जरूर है कि मरते दम तक कोशिश जारी रखूंगा।
पुलिस की जांच रिपोर्ट में प्राकृतिक मौत के संकेत
मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से दो बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट मांगी थी। इसमें पूछा गया था कि मौत प्राकृतिक है या अप्राकृतिक? शव को वैज्ञानिक पद्धति से रखा गया है या नहीं? सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने एक रिपोर्ट तैयार की है। इसमें पहले सवाल के जवाब में लिखा है कि मौत प्राकृतिक है। दूसरे सवाल के जवाब में लिखा ‘एडीजी ने घर में दाखिल नहीं होने दिया, इसलिए जवाब नहीं दे सकते। रिपोर्ट फिलहाल सबमिट नहीं की है।