भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगने वाला है। शनिवार को भोपाल जिला पंचायत के अध्यक्ष मनमोहन नागर सहित करीब दो दर्जन जिला पंचायत अध्यक्ष, 50 से ज्यादा जनपद अध्यक्ष और सैकड़ों पंच, सरपंच कांग्रेस का हाथ थामने वाले हैं। इसके लिये इन सभी को भोपाल के दशहरा मैदान पर बुलाया गया है, जहां यह सभी मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थामेंगे।
मध्यप्रदेश पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन नागर को बीजेपी की सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था, हालांकि उनका आरोप है कि भोपाल जिला पंचायत का अध्यक्ष होने के बाद भी हुजूर से विधायक रामेश्वर शर्मा और बैरसिया विधायक विष्णु खत्री ने उन्हें बहुत परेशान किया। कभी उनके सीईओ को धमकाया तो कभी अधिकारियों को काम नहीं करने के लिए कहा।
मनमोहन नागर ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पंचायती राज के अधिकार एकदम खत्म कर दिये, जिससे सरपंच से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद अधिकारियों पर निर्भर होकर रह गए लेकिन, कमलनाथ सरकार ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि पंचायती राज के अधिकार वापस लाए जाएंगे।
इस मुद्दे पर पिछले दिनों वे दो दर्जन जिला पंचायत अध्यक्षों के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिल चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि सरकार पंचायती राज को सक्षम बनाने के पक्ष में है और इस दिशा में जल्द कदम उठाया जाएगा। गौरतलब है कि 2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में निर्विरोध निर्वाचन के बाद मनमोहन नागर ने अचानक बीजेपी का दामन थाम लिया था।