कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के विधायक सत्यजीत बिस्वास की हत्या के मामले में भाजपा नेता मुकुल रॉय समेत चार पर केस दर्ज किया गया। इनमें से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही हंसखली थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
विधायक बिस्वास को शनिवार रात गोली मारी गई थी। नजदीकी HOSPITAL ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के वक्त वे फुलबारी इलाके में सरस्वती पूजा के कार्यक्रम में थे। पुलिस के मुताबिक, हमलावर ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से सत्यजीत पर गोली चलाई। इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया है। सत्यजीत नादिया जिले की कृष्णागंज सीट से विधायक थे। कुछ दिन पहले ही उनकी शादी हुई थी।
ममता BJP से डरी हुईं हैं: रॉय
इस मामले में मुकुल रॉय ने कहा, "पूरे राज्य में कहीं भी उनके कार्यकर्ता या अन्य अपराधी कोई भी हत्या करता है, तृणमूल और ममता सरकार भाजपा के लोगों को फंसाने की कोशिश करती है। मैं इस मामले में स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग करता हूं।'' उन्होंने कहा, "ममता हमसे डरी हुई हैं। इसी वजह से ममता के कहने पर भाजपा के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए जा रहे हैं।''
तृणमूल ने कहा- यह BJP की साजिश
तृणमूल नेता शंकर दत्ता का आरोप है कि यह भाजपा की ओर से साजिश के तहत कराई गई हत्या है। वहीं, बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि विधायक की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी CBI जांच होनी चाहिए।
तृणमूल छोड़कर BJP में शामिल हुए हैं मुकुल रॉय
रॉय कुछ साल पहले तक ममता बनर्जी के काफी करीबी और भरोसेमंद माने जाते थे। उन्हें पश्चिम बंगाल में पार्टी के कद्दावर नेता के तौर पर जाना जाता था। वह पश्चिम बंगाल से तृणमूल के राज्यसभा सांसद थे। यूपीए सरकार में ममता बनर्जी के रेल मंत्री पद से इस्तीफा देने के रॉय ने 2012 में 6 महीने के लिए रेल मंत्रालय का जिम्मा संभाला था। वे नवंबर 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे।