भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में खुली गुटबाजी शुरू हो गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपना गुट बनाया तो नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने गुट से उन्हे बाहर कर दिया। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय गुट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के सभी नेताओं की फोटो थी परंतु शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की फोटो नहीं थी।
इंदौर में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के साथ ही युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे भी मौजूद थे। कहने की जरूरत नहीं कि कार्यक्रम कैलाश विजयवर्गीय गुट द्वारा आयोजित किया गया था। मंच के अलावा कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर और पोस्टर्स में पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ कैलाश विजयवर्गीय और प्रभात झा की तस्वीरें लगी थीं, यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और विधायक रमेश मेंदोला तक का बड़ा सा पोस्टर लगाया गया था लेकिन इन पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पोस्टर नहीं लगाए गए। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाश पांडे ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई, इसके लिए वे स्थानीय नेताओं से चर्चा करेंगे।
बता दें कि इन दिनों मध्यप्रदेश भाजपा में कई गुट सक्रिय हो गए हैं। शिवराज सिंह चौहान गुट संख्या में सबसे बड़ा है और पूरे मध्यप्रदेश में इसका विस्तार है परंतु कैलाश विजयवर्गीय का गुट इंदौर एवं आसपास के इलाकों में काफी प्रभावी है। बुंदेलखंड में गोपाल भार्गव का गुट भाजपा पर हावी रहता है। सागर एवं दमोह में दूसरे दिग्गज भाजपा नेताओं से इनकी कतई नहीं पटती। अब तक ये गुट केवल अपने क्षेत्र के क्षत्रपों से जूझते नजर आते थे परंतु अब तीनों गुट पूरे प्रदेश की भाजपा को प्रभावित कर रहे हैं।