भोपाल। बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP CHIEF MAYAWATI) ने सीएम कमलनाथ सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था फिर बसपा विधायकों ने मंत्री पद की मांग शुरू कर दी। विधायक रामबाई (BSP MLA Ramabai Singh) ने 10 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था, उसमें भी कुछ नहीं हुआ। अब मायावती ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि एमपी में उत्पीड़न-सरकारी आतंक अब भी जारी है। उन्होंने संकेत दिए कि मध्यप्रदेश में बसपा, कमलनाथ सरकार के खिलाफ संघर्ष करेगी।
न्यूज ऐजेंसी ANI ने बताया कि Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati: People of Madhya Pradesh were feeling relieved that the the BJP government is gone. However the initial functioning of the new government isn't satisfying people either. Govt oppression is still continuing. उन्होंने कहा कि करोड़ों गरीब दलित, आदिवासी पिछडे़ और अल्पसंख्यकों को संविधान, कल्याण की गारंटी देता है, लेकिन अफसोस है कि कुछ स्वार्थी तत्व देश के खजाने और सिस्टम पर अपना अधिकार जताते हैं। जबकि स्वार्थी ताकतें वोट के लिए लोगों को आपस में भिड़ाने में माहिर हैं। वोट बंटने से हम लोग कमजोर हो जाएंगे, मध्यप्रदेश में उत्पीड़न और सरकारी आतंक की परंपरा इस सरकार में भी कम नहीं है, लेकिन बसपा सर्व समाज के हित के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में कई कमियां रहीं, इसी वजह से बसपा को आशा के अनुरूप सीटें नहीं मिलीं। पार्टी उन कमियों को दूर करने के लिए कड़े कदम उठायेगी, अगर पार्टी के लोग बाबा साहेब अंबेडकर के विचार में विश्वास रखते हैं, लेकिन जिन लोगों को विश्वास नहीं है, उन लोगों को भी अंत तक इसमें शामिल होना पड़ेगा।