भोपाल। छिंदवाड़ा विधायक दीपक सक्सेना दोहरा बलिदान करने जा रहे हैं। वो सीएम कमलनाथ के लिए विधायक पद से इस्तीफा देकर अपनी सीट खाली करेंगे ताकि कमलनाथ चुनाव लड़कर विधायक बन सकें और लोकसभा चुनाव में नकुल नाथ के लिए अपनी स्वभाविक दावेदारी का त्याग करेंगे। बता दें कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ के बाद दीपक सक्सेना सबसे लोकप्रिय कांग्रेस नेता बताए जाते हैं।
कमलनाथ के लिए छिंडवाड़ा विधायक दीपक सक्सेना ने अपनी सीट छोड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। सक्सेना ने कहा कि वे बुधवार को जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी, तब विधानसभा अध्यक्ष को अपना सौंपेंगे। दीपक सक्सेना द्वारा इस्तीफा देने के बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से मध्यप्रदेश निर्वाचन कार्यालय को इस इस्तीफे की सूचना और जानकारी दी जाएगी। इसके बाद छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया का शुरू होगी। संभावना ये भी जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही छिंदवाड़ा विधानसभा का चुनाव होगा।
इधर कमलनाथ द्वारा विधानसभा का चुनाव लड़ने की चर्चाओं के बाद इस बात की अटकलें शुरू हो गई है कि यदि कमलनाथ विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे तो उनकी सांसद की सीट खाली होगी, ऐसे में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कौन चुनाव लड़ेगा। दीपक सक्सेना लोकसभा टिकट के लिए स्वभाविक दावेदार हैं। वो कमलनाथ के विश्वासपात्र हैं एवं राजनीति का अच्छा अनुभव भी है। जनता में उनकी मजबूत पकड़ है और वो लोकप्रिय भी हैं परंतु सीएम कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ को यहां से लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी के चलते दीपक सक्सेना अपना दावा तक पेश नहीं करेंगे।