भोपाल। सुनिश्चित हो गया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सूत्र संचालक दिग्विजय सिंह खुद भी लोकसभा चुनाव के मैदान में मुकाबला करते नजर आएंगे। वो किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, यह फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ दौरे पर आए श्री सिंह ने सर्किट हाउस में प्रेस से चर्चा में इस आशय के संकेत दिए। चुनाव न लड़ने के संकल्प को 10 की बजाय 16 साल हो जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं तो राज्यसभा का मेंबर हो चुका हूं, लेकिन जहां से पार्टी कहेगी, वहीं से चुनाव लड़ूंगा। बता दें कि राजगढ़ सीट से फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के नेता रोडमल नागर, सांसद हैं लेकिन आरएसएस की रिपोर्ट के अनुसार रोडमल नागर से जनता नाराज है। भाजपा को यहां नए प्रत्याशी को उतारने की सलाह दी गई है। राजनीति के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस सीट से दिग्विजय सिंह मैदान में आते हैं तो यह सीट कांग्रेस के खाते में दर्ज हो जाएगी।
दिग्विजय सिंह को इंदौर से चुनाव लड़ाना चाहते हैं कार्यकर्ता
बता दें कि पिछले दिनों इंदौर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की थी कि दिग्विजय सिंह को इंदौर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया जाए। इस सीट को भाजपा की महिला नेता एवं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की सीट कहा जाता है। इस बार इंदौर में ताई-भाई की तनातनी काफी ज्यादा है। कुछ भाजपा नेताओं ने साफ बयानी कर दी है कि यदि इस बार भी ताई को टिकट दिया गया तो वो भाजपा के लिए प्रचार नहीं करेंगे। इधर पिछले 3 सालों में दिग्विजय सिंह का इंदौर कनेक्शन काफी मजबूत हुआ है।