नई दिल्ली। मंगलवार की अलसुबह भारत द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर AIR-STRIKE करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ऐलान कर दिया था कि वो भी कार्रवाई करेंगे, फिल्मी अंदाज में कहा था कि जगह, तारीख और तरीका हम तय करेंगे। बुधवार की सुबह पाकिस्तान एयरफोर्स ने 2 लड़ाकू विमान भारत की सीमा में घुस आए लेकिन जैसे ही इंडियन एयरफोर्स ने उनके F-16 को मार गिराया तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूटर्न ले लिया। अब उन्हे युद्ध नहीं भगवान बुद्ध याद आ रहे हैं। शांति की बात कर रहे हैं।
पाकिस्तानी पीएम इमरान ने कहा कि जंग शुरू करने से पहले नहीं पता होता है कि वह जंग किधर जाएगी। उन्होंने कहा कि पहला विश्व युद्ध महीनों में खत्म होना था जिसे 6 साल लग गए। दूसरे विश्व युद्ध में हिटलर ने सोचा था कि वह रूस को फतह कर लेगा, लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी। आतंक के खिलाफ लड़ाई में क्या अमेरिका ने सोचा था कि अफगानिस्तान में इतने लंबे वक्त तक फंसे रहेंगे, ऐसे ही वियतनाम युद्ध में भी पता नहीं था कि वह इतने दूर तक जाएगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास बताता है कि जंगों में हम एक-दूसरों का आंकलन नहीं कर पाते। जो हथियार हमारे पास हैं और आपके पास हैं, क्या उसका आंकलन न कर पाने की गलती की जा सकती है। क्या हमें सोचना नहीं चाहिए अगर जंग शुरू होती है तो यह किधर जाएगी। क्योंकि तब यह न मेरे काबू में होगी और न नरेंद्र मोदी के काबू में होगी।
इमरान ने दोहराया हम भारत के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन मसले बातचीत के जरिए ही हल करने चाहिए। इमरान ने कहा कि भारत पर हमने वायुसेना की कार्रवाई इसलिए की ताकी हम बता सकें, कि हमें भी जवाब देना आता है। इमरान ने दावा कि हमने भारतीय वायुसेना के दो विमानों को गिराया है और पायलट हमारे पास हैं।