इंदौर। कई महीने से पार्टी से नाराज चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता और कवि सत्यनारायण सत्तन से मिलने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन अचानक उनके घर पहुंच गईं। इससे सत्तन भी चौंक गए। उन्होंने उनकी अगवानी की और घर दिखाया।
इसके बाद महाजन से सत्तन की लगभग 25 मिनट तक बंद कमरे में चर्चा हुई। इस दौरान एमआईसी सदस्य सुधीर देड़गे भी थे। उन्होंने इशारों में स्पष्ट किया कि संवाद बंद होने पर उनकी नाराजगी थी। सत्तन ने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं होना चाहिए। बड़े नेताओं ने मेरे जैसे पुराने नेताओं से संवाद लगभग बंद कर दिया। यह स्थिति ठीक नहीं है।
मालूम हो, इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की मौजूदगी में सुमित्रा महाजन इशारों ही इशारों में कह चुकी हैं कि फिलहाल इंदौर की सत्ता की चाबी किसी को सौंपने का इरादा नहीं है। ऐसा हुआ भी तो ऊर्जावान कार्यकर्ता को ही सौंपेंगी।
‘जनसंघ के जमाने से जुड़ा हूं, पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा’
तीन-चार माह से सत्तन लगातार यह दावा कर रहे थे कि अगर इंदौर से लगातार नौवीं बार भी सुमित्रा महाजन ही लोकसभा चुनाव लड़ती हैं तो मैं उनके सामने चुनाव लड़ूंगा। वे कैलाश विजयवर्गीय या अन्य नेता को टिकट दिए जाने की भी वकालत कर चुके हैं। ऐसे में महाजन की उनसे मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। बताते हैं कि सत्तन ने मुलाकात के बाद यह तो कह दिया- मैं जनसंघ के जमाने से जुड़ा रहा हूं और पार्टी को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला, लेकिन चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी। इस बारे में फिलहाल साफ-साफ कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। यह बात भी सामने आई है कि पार्टी के अन्य बड़े नेता भी सत्तन से मुलाकात करेंगे।