भोपाल। ADG जेल गाजीराम मीणा जमीन पर कब्जा कराने के आरोप में घिर गए हैं। आरोप है कि उन्होंने जमीन मालिक को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी है। इस संबंध में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जेल महानिदेशक संजय चौधरी का पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, एडीजी मीणा का कहना है कि वे दोनों पक्षों को जानते ही नहीं हैं। शनिवार को कुछ लोग उनके आफिस के बाहर आपस में जोर-जोर से बात कर रहे थे, जिन्हें स्टाफ से बाहर करवा दिया था।
जेल महानिदेशक को लिखे पत्र में अजय सिंह ने सैफ कादर द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदन का उल्लेख किया है। जिसमें बताया गया है कि सैफ कादर न्यू कालोनी खानूगांव में रहते हैं। उनके पिता स्व. अनीस कादर के नाम से ग्राम करोंदकला तहसील हुजूर में 10.82 एकड़ जमीन है। उक्त जमीन पर वर्ष 1982 से उनका स्वामित्व है। वर्ष 2014 में उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। सैफ कादर जब अपनी जमीन पर पहुंचे तो पता लगा कि सुरेश मीणा और वरुण मीणा ने छह हजार वर्ग फीट जमीन की नीलेश खटीक के नाम रजिस्ट्री करा दी है।
जब सैफ ने सुरेश, वरुण और डालचंद से संपर्क किया उनको जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि एडीजी जेल गाजीराम मीणा उनके रिश्तेदार हैं, तुमको झूठे प्रकरण में फंसवा कर जेल भेज देंगे। एडीजी मीणा ने 2 फरवरी को सैफ कादर और सुरेश मीणा आदि को अपने दफ्तर बुलाकर धमकी दी। उनका कहना था कि नीलेश खटीक को की गई रजिस्ट्री का कब्जा सौंपे, नहीं तो मुझसे बुरा नहीं होगा। इस दौरान नीलेश खटीक भी मौजूद था। उसने भी हत्या करने की धमकी दी।
सैफ का आरोप है कि इस संबंध में उन्होंने पूर्व में निशातपुरा थाने में शिकायत की थी, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। एडीजी मीणा का कहना है कि शनिवार को कुछ लोग डीजी से मिलने जेल मुख्यालय आए थे। उन्होंने उन लोगों को मुझसे मिलने के लिए कहा था। यह लोग आफिस के बाहर शोर मचा रहे थे, मैंने स्टाफ को बुलाकर उन्हें गेट के बाहर करा दिया था। इसके बाद एक नेता जी का फोन आया कि आपने कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। इसके बाद उन पर जमीन पर कब्जा कराने के आरोप लगाए गए।