विदिशा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (SHIVRAJ SINGH CHOUHAN ) विदिशा (VIDISHA ) में लोकसभा चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। विदिशा विधानसभा सीट पर अपने सबसे विश्वासपात्र मुकेश टंडन ( Mukesh Tandon ) के हार जाने के बाद वो जनता से सीधे संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि छिंदवाड़ा (Chhindwara ) से 25 प्रतिशत ज्यादा विकास विदिशा में किया गया है। यहां वो यह बताना नहीं भूले कि यह विकास 'मैने' किया है।
कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा कि यह ढाई CM की सरकार है, सीएम के ऊपर सुपर सीएम भी है। अगर मंत्री कुछ बयान देते हैं तो बाहर से डांट पड़ती है। उन्होंने कहा कि बड़ा अचरज होता है कि मंत्रियों को वो शख्स डांट रहा है जो किसी संवैधानिक पद पर नहीं है। वहीं उनके मंत्री भी कह रहे हैं कि आपने हमें कैसे डांटा। अंतरविरोधियों से सरकार गिर सकती है, बीजेपी की सरकार गिराने में रुची नहीं है।
वहीं विदिशा रायसेन संसदीय क्षेत्र के चेहरे पर उन्होंने कहा कि ये किसी का गढ़ नही है, ये जनता का गढ़ है। पार्टी तय करेगी किसे टिकट देना है, मैं तो एक सेवक हूं। याद दिला दें कि यहां से शिवराज सिहं की पत्नी साधना सिंह का नाम चल रहा है। सुषमा के विदिशा नहीं आने पर कांग्रेस के आग्रह पत्र पर शिवराज ने कहा कि सुषमा स्वराज का जीवन देश के लिए महत्पूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सारा देश जानता है कि सुषमा स्वराज स्वस्थ नहीं थीं। उन्हें डॉक्टरों ने आने से मना किया था। उनके द्वारा की गई सेवा का विदिशा आभारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जितना काम मैंने और सुषमा स्वराज ने किया है, उतना काम किसी ने नहीं किया। छिंदवाड़ा से 25 प्रतिशत विकास ज्यादा ही मिलेगा, कुछ मामले मानवीय होते हैं, जिन पर राजनीति नहीं होना चाहिए।
वहीं तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ओला-पाला पीड़ितों के पास नहीं जा पा रहे हैं, उनका केवल ट्रांसफर का खेल चल रहा है. उन्होंने कहा कि दस दिन के 60 दिन हो गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री फसलों का मूल्य नहीं बदल पाए. किसान को सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है।