भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने इंदिरा गृह ज्योति योजना लागू कर दी है। इस योजना के लागू होने से अगले महीने (मार्च) शहर में प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता के बिल में 472.93 रुपए कम हो जाएंगे और ग्रामीण उपभोक्ता के बिल में 447.93 रुपए कम होंगे। वहीं दूसरी ओर सरल योजना (संबल) को भी खत्म कर दिया है। सरल को इंदिरा गृह ज्योति योजना में समाहित कर दिया है। सरल योजना के उपभोक्ताओं को 200 रुपए प्रति महीना से मिलने वाली बिजली की सुविधा खत्म हो गई है। इंदिरा गृह योजना का लाभ प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता को मिलेगा।
राज्य सरकार ने कैबिनेट में इंदिरा गृह ज्योति के तहत बिजली देने का प्रस्ताव पारित किया था। इस योजना का प्रस्ताव पारित होने के बाद बिजली कंपनियों को आदेश जारी हो गया है। उपभोक्ता को फरवरी की खपत के मार्च 2019 में जो बिल जारी होना है, उस बिलिंग साइकिल में लाभ देना है।
इसको लेकर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपना बिलिंग सॉफ्टवेयर को अपडेट कर दिया है। साथ ही सिटी सर्कल ग्वालियर में स्पॉट बिलिंग तैयार करने वाले ठेकेदार के सॉफ्टवेयर में अपडेट का आदेश दे दिया है।
सॉफ्टवेयर अपडेट का काम 25 फरवरी तक पूरा हो जाएगा। जैसे किसी उपभोक्ता ने महीने में 1500 रुपए की बिजली खपत की है। उस उपभोक्ता को सिर्फ 1028 रुपए ही भरने होंगे। 472 रुपए सरकार सब्सिडी के रूप में जमा करेगी। शहर में 2 लाख 7 हजार 739 उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। एक साल में बिजली के बिल में 5 हजार 664 की बचत होगी।
बिजली नियामक आयोग ने बिजली का जो टैरिफ निर्धारित किया है, वह टेलीस्कॉपिक है। दूरबीनी पद्धति के अनुसार बिल तैयार किया जाता है। जैसे कि किसी उपभोक्ता ने 300 यूनिट बिजली खपत की है।
उसकी खपत तीन भागों में विभाजित होगी। 0 से 50 यूनिट रेट 3.85 रुपए हैं। उपभोक्ता के 0 से 50 यूनिट की गणना 3.85 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से की जाती है। 51 से 100 यूनिट तक 4.70 रुपए के हिसाब से गणना होगी। 101 से 300 यूनिट तक 6 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से गणना की जाएगी।
पहले व दूसरे स्लैब में उपभोक्ताओं को फायदा होगा। 0 से 50 व 51 से 100 यूनिट का बिल 572 रुपए होगा। इस स्लैब में 472 रुपए कम हो जाएंगे। 101 से 300 यूनिट के बीच में जितनी भी बिजली खपत करेगा, उस खपत पर 6 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी।
भाजपा सरकार ने मजदूरों को 200 रुपए प्रति महीना के हिसाब से बिजली देने के लिए सरल (संबल) योजना लागू की थी। इस योजना में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा हुआ था। अपात्र लोगों ने नगर निगम से मजदूरी कार्ड बनवाकर सरल का लाभ ले लिया था।
एक-एक हजार यूनिट तक बिजली खपत कर रहे थे। सिर्फ उन्हें 200 रुपए का बिल जारी हो रहा था। सिटी सर्कल में सितंबर 2018 में मजदूरों ने करोड़ों की बिजली जलाई थी और सरकार पर 5 करोड़ 58 लाख 5 हजार 422 रुपए का बोझ डाला था।
सरल योजना के तहत 47 हजार उपभोक्ता रजिस्टर्ड हैं। ये उपभोक्ता इंदिरा गृह ज्योति योजना में सम्मलित किए गए हैं। सिर्फ इन्हें 100 यूनिट तक ही लाभ मिलेगा। अगर ज्यादा बिजली खपत करते हैं तो टैरिफ के अनुसार बिल भरना होगा।
गरीब व अमीर सभी को मिलेगा लाभ
इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ गरीब व अमीर घरेलू उपभोक्ता को मिलेगा। वैसे 100 यूनिट का बिल 572 रुपए होता है, लेकिन उपभोक्ता को 100 रुपए ही भरना होगा। सरकार से 472 रुपए कंपनी को सब्सिडी के रूप में मिलेंगे।
डीपी अहरवार, मुख्य प्रबंधक ग्वालियर रीजन