भोपाल। भाजपा के वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित नेता, पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने राहुल गांधी के सामने कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कहा जा रहा है कि उनके साथ 15000 भाजपा कार्यकर्ता भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि वो दमोह से लोकसभा का चुनाव लड़ेगे। यहां भाजपा नेता प्रह्लाद पटेल सांसद हैं। अब जयंत मलैया कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा से उन्हे टिकट दिया जाए। बता दें कि यह सीट जातिवादी वोटिंग के लिए जानी जाती है और रामकृष्ण कुसमरिया भी बुंदेलखंड के जातिवादी नेता हैं।
कुसमरिया ने कहा- मध्यप्रदेश की धरती पर हम किसानों को भगवान मानते हैं। राहुल गांधी जी ने उन किसानों का कर्ज माफ करने का बहुत बड़ा काम किया है। कांग्रेस का जिस तरह से राहुलजी ने नेतृत्व किया है, उससे धरती माता पर आज जो संकट आया है; वह दूर हो जाएगा। बता दें कि इससे पहले विधानसभा चुनाव में 2 सीटों से रामकृष्ण कुसमरिया ने भाजपा से बगावत करके निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा था। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं शिवराज सिंह सरकार के वित्तमंत्री जयंत मलैया चुनाव हार गए।
सरताज के बाद कुसमरिया, अब गौर पर नजर
मध्यप्रदेश में कांग्रेस लगातार भाजपा के उन वरिष्ठ नेताओं को आकर्षित कर रही है, जिन्हे भाजपा में किनारे कर दिया गया है। पूर्व मंत्री सरताज सिंह विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में आ गए थे। अब रामकृष्ण कुसमरिया आ गए हैं। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस को एक दमदार प्रत्याशी की तलाश है। वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर चाहते हैं कि उन्हे भाजपा से टिकट मिले, लेकिन कांग्रेस ने दांव खेल दिया है कि यदि भाजपा टिकट नहीं देती तो कांग्रेस उन्हे भोपाल से लोकसभा प्रत्याशी बनाएगी।