भोपाल। चुनाव से पहले तक कांग्रेस ने शिवराज सिंह सरकार पर जितने भी घोटालों के आरोप लगाए थे, अब उन सभी मामलों में कमलनाथ सरकार, शिवराज सिंह सरकार को क्लीनचिट देती जा रही है। मंदसौर गोलीकांड, नर्मदा प्लांटेशन, सिंहस्थ के बाद अब व्यापमं घोटाला मामले में भी ऐसा ही किया गया है। सरकार ने व्यापमं घोटाला मामले में किसी भी तरह की जांच कराने से इंकार कर दिया है। जबकि चुनाव से पहले कांग्रेस इसकी मांग करती रही है।
विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने जवाब दिया है कि पूरा मामला सीबीआई जांच के दायरे में है इसलिए किसी भी तरह की अलग से जांच कराना संभव नहीं है और इस पर टिप्पणी किया जाना न्यायसंगत नहीं होगा। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस मामले में सबूत लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जा चुके हैं। शिवराज सिंह सरकार ने उनके सबूतों को झूठा बताकर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज करा दिया था।
लोकसभा चुनाव में बड़ा नुक्सान होगा
एक के बद एक सदन में इस तरह की क्लीनचिट से कमलनाथ सरकार की चारों तरफ निंदा हो रही है। व्यापमं घोटाला मामले में तो राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित खुद सीएम कमलनाथ भी प्रदर्शन कर चुके हैं। कांग्रेस इस घोटाले में शिवराज सिंह को आरोपित करती रही है। दस्तावेज लेकर दर दर भटकती रही है।