भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के मंत्री, दतिया विधायक एवं लोकसभा चुनाव के लिए उत्तरप्रदेश के तीसरे प्रभारी नरोत्तम मिश्रा एक बार फिर गुना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश की व्यस्तताओं के बीच वो गुना शिवपुरी के भाजपा कार्यकर्ताओं के लगातार संपर्क में हैं एवं समय मिलते ही पर्सनल विजिट भी कर रहे हैं।
उनका एक व्यक्तिगत दौरा लोकल मीडिया की सुर्खियों में है। शुक्रवार दोपहर 4 बजे प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा झांसी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। वहां से एक सूचना मिलने के बाद वो शिवपुरी आए और बंसल चाय वालों के घर पहुंचे। पूर्व मंत्री सीधे झांसी से शिवपुरी आए और उन्होंने महल कॉलोनी स्थित मोनू बंसल के निवास पहुंचकर अपनी शोक संवेदनाएं अर्पित की। मोनू बंसल की माताजी का निधन हो गया था। मोनू बंसल का कहना है कि मिश्राजी 1983 से उनकी दुकान पर चाय पी रहे हैं।
पहले भी सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं
बता दें कि नरोत्तम मिश्रा पहले भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। 2009 के आम चुनाव में मिश्रा को 163560 (25.17 फीसदी) वोट मिले थे। वो सिंधिया के मुकाबले 249737 वोटों से हार गए थे लेकिन 2014 में भाजपा को इसी सीट से 396244 (40.57 फीसदी) वोट मिले।
नरोत्तम मिश्रा को लोकसभा से क्या फायदा
2009 में उन्हे विधायक रहते लोकसभा सीट से उतारा गया था। 2014 में वो खुद इस सीट से आना नहीं चाहते थे लेकिन 2019 में हालात कुछ अलग हैं। इस बार भाजपा के लिए एक एक सीट महत्वपूर्ण है। अमित शाह चाहते हैं कि गुना शिवपुरी सीट सिंधिया से छीन ली जाए। इस बार गुना सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है। ऐसी स्थिति में नरोत्तम मिश्रा कड़ी टक्कर दे सकते हैं। नरोत्तम मिश्रा, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नजदीकी नेताओं में से एक हैं। यदि केंद्र में सरकार बनती है तो मंत्रीपद भी मिल जाएगा और शिवराज सिंह चौहान के रहते मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार का तख्ता पलट लगभग असंभव है।