भोपाल। शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री हो गए। संगठन ने उन्हे 13वें नंबर पर धकेल दिया। भाषण देने के शौकीन शिवराज सिंह चौहान को अमित शाह ने देश भर में भाषण देने के लिए नियुक्त कर दिया परंतु शिवराज सिंह सत्ता के फोबिया से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। मध्यप्रदेश में तो तरह-तरह बयान दे ही रहे थे, अब पश्चिम बंगाल में जाकर भी मध्यप्रदेश की कहानियां सुना रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को अमित शाह ने ममता बनर्जी सरकार को टारगेट करने और भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने भेजा था लेकिन खड़गपुर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह मध्यप्रदेश की कहानी सुनाने लगे। श्री चौहान ने कहा कि आप कहेंगे कि मध्यप्रदेश में तो भाजपा हार गई और आप बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन मित्रो हम हारे नहीं हैं। हमारे वोट कांग्रेस से ज्यादा हैं, बस सीटों का गणित कुछ इधर-उधर हो गया।
कांग्रेस ने गठबंधन की सरकार बनाई है और यह तय नहीं है कि यह सरकार कब तक चलेगी। ऐसी सरकार हम भी बना सकते थे, लेकिन हमने कहा कि हम पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि मैं आपको ये वचन देकर जा रहा हूं, लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की सारी 29 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी और हम चुनाव में शानदार सफलता प्राप्त करेंगे।
बता दें कि शिवराज सिंह ने सत्ता परिवर्तन के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर खुद को 'पूर्व मुख्यमंत्री' नहीं बल्कि एक आम आदमी बताया था। अब वो भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पश्चिम बंगाल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को भेजा गया था। उनके भाषणों से 'पूर्व मुख्यमंत्री' बार बार बाहर निकल आता है।