मंत्री आरिफ अकील के खिलाफ लामबंद हुए गैस पीड़ित संगठन | MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। राजधानी में सक्रिय 4 गैस पीड़ित संगठन गैस राहत मंत्री आरिफ अकील ( Minister Arif Akeel ) के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। संगठनों ने मंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और एक नए तरह के आंदोलन की रणनीति का ऐलान किया। इसके तहत अब गैस पीड़ित संगठनों ( Gas-fed organizations ) के नेता मंत्री से बात नहीं करेंगे बल्कि गैस पीड़ितों से सीधे मंत्री को फोन लगवाएंगे ताकि सबको पता चले कि मंत्री क्या कहते हैं। 

गैस पीड़ित संगठनों को चंदा पार्टी और ब्लैक मेलर कहा था / Gas-fed organizations were called Chanda Party and Black Mailer

मंगलवार को भाेपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ, गैस पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा, भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन और डाउ कार्बाइड के खिलाफ बच्चे संगठन के बैनर तले 300 से ज्यादा गैस पीड़ित नीलम पार्क में एकत्रित हुए थे। इन संगठनों ने गैस राहत मंत्री को कार्यक्रम में बुलाया था। उम्मीद थी कि मंत्री कार्यक्रम के दौरान कुछ न कुछ घोषणा करेंगे, लेकिन अकील इंदिरा गांधी गैस राहत अस्पताल तक आए और ब्लड बैंक का लोकार्पण करके लौट गए। उन्होंने कार्यक्रम में आने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि गैस पीड़ित संगठन चंदा पार्टी और ब्लैक मेलर हैं। इसके बाद संगठनों ने खुद मंत्री से बात करने के बजाय गैस पीड़ितों को आगे कर दिया है। 

चुनाव से पहले 5 लाख मुआवजा का वादा किया था / Prior to the election, five lakhs of compensation was promised

जेपी नगर निवासी जगदीश नेमा और शहजाद खान ने बताया कि चुनाव से पहले अकील यहां आए और पांच लाख रुपए मुआवजा दिलाने की बात कही थी। लेकिन, अब वे वादे से मुकर रहे हैं। वे सिर्फ इतना जानना चाहते हैं कि उन्होंने पांच लाख रुपए मुआवजा दिलाने के लिए क्या एक्शन प्लान बनाया है। वे हमारे बीच आएं और खुलासा करें। अगर वे नहीं आते हैं तो हम यह मानेंगे कि उनकी बातें सिर्फ चुनावी घोषणा थी। 

मुख्यमंत्री से की गैस राहत मंत्री अकील की शिकायत / Complaint of Chief Minister to Gas Relief Minister Akeel

भाेपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन की सदस्य शहजादी बी ने बताया कि तीन सदस्यीय पैनल बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिला। गैस राहत मंत्री द्वारा गैस पीड़ितों से मुलाकात नहीं करने और बदसलूकी करने के संबंध में लिखित में दिया है। इस संबंध में जब अकील से बात करनी चाही तो उन्होंने बात नहीं की। 

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