भोपाल। महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा है कि शहरी क्षेत्रों में स्थापित आँगनवाड़ी केन्द्रों को आवश्यकतानुसार स्थानान्तरित किया जायेगा। झुग्गी-बस्ती क्षेत्र, जहाँ पर आँगनवाड़ियों का संचालन ज्यादा अनिवार्य होगा, वहाँ पर सम्पन्न क्षेत्रों में स्थापित आँगनवाड़ियों को स्थानांतरित किया जायेगा। श्रीमती इमरती देवी राज्य स्तरीय विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि हमारी यह कोशिश होना चाहिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में आँगनवाड़ियों में बच्चों को आकर्षित करने के लिये सिर्फ खाद्य पदार्थों पर निर्भर न रहें। अन्य गतिविधियों को भी सम्मिलित करें, जिससे बच्चों को पोषण-आहार के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य और मानसिक क्षमता में भी वृद्धि हो सके। उन्होंने डीपीओ को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाये कि आँगनवाड़ी समय से खुले, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को साफ-सुथरा गर्म खाना उपलब्ध हो। श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि अगर आँगनवाड़ी समय पर नहीं खुल रही है, तो इसकी जिम्मेदारी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता की होगी। संचालनालय के अधिकारी निरीक्षण कर उचित कार्यवाही करें।
काउंसिलिंग समिति होगी गठित
महिला बाल विकास मंत्री ने बताया कि समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत जल्द ही काउंसिलिंग समिति का गठन किया जायेगा। समिति में एक सुपरवाइजर और दो आँगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल होंगी। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी सुधार-गृहों में यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रवेश और निकास के लिये एक ही दरवाजा हो, जहाँ पर सीसी टीवी लगाया जाये, जिसे संचालनालय द्वारा एक्सेस किया जायेगा।
समान प्रकृति की योजनाओं का अम्ब्रेला बनेगा
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत समान उद्देश्यों की योजनाओं का अम्ब्रेला बनाया जायेगा। इसमें महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटी बचाओ अभियान, स्वागतम् लक्ष्मी, लालिमा, सशक्त वाहिनी, शौर्या दल, पिंक लायसेंस, जबाली योजना, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना तथा मुख्यमंत्री सामुदायिक योजना शक्ति को एक अम्ब्रेला में शामिल है। इसी प्रकार महिला संरक्षण कार्यक्रम के तहत वन-स्टॉप सेंटर, पीड़ित प्रतिकार तथा उषा किरण योजना को एक अलग अम्ब्रेला के तहत लाया जायेगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, महिला बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, आयुक्त, महिला बाल विकास श्री एम.बी. ओझा, संचालक श्री अरुण शर्मा तथा अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के पूर्व सभी अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद जवानों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।