इंदौर। पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरा देश आक्रोशित है, लोग बदला चाहते हैं परंतु मध्यप्रदेश के अध्यापकों ने इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए सेना की मदद करने का बीड़ा उठाया है। प्रदेश के 2.84 लाख अध्यापकों ने ऐलान किया है कि वो अपना 1 दिन का वेतन शहीदों के परिवार और सेना के लिए देंगे।
अध्यापक संघर्ष समिति इंदौर संभाग ने निर्णय लिया है। प्रदेशभर में 2 लाख 84 हजार अध्यापक वेतन देंगे। समिति के संभागीय प्रतिनिधि हरीश अबोले ने बताया एक दिन का वेतन शहीद के परिजनों व भारतीय सेना को देने निर्णय लिया है। सहायता राशि का चेक जिला कलेक्टर के माध्यम से भारतीय सेना तक पहुंचाया जाएगा। प्रांतीय प्रतिनिधि भारत भार्गव, बालकृष्ण शुक्ला, राष्ट्र निर्माता अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील शर्मा, तृतीय वर्ग अध्यापक संघ के महासचिव मानसिंह शिवहरे, नरेंद्र शर्मा,किशोर सोलंकी,मानसिंह शिवहरे नरेंद्र शर्मा,शोभा शर्मा ने भी घटना का निंदा की है। जिले सहित प्रदेश में श्रद्धांजलि दी है।
सरकारें इन्हे हड़ताली, उपद्रवी और अयोग्य कर्मचारी मानतीं हैं
बता दें कि ये वही अध्यापक हैं जिन्हे सरकार ने आज तक शिक्षा विभाग में 'शिक्षक' का दर्जा नहीं दिया है। सरकारें इन्हे हड़ताली, उपद्रवी और अयोग्य कर्मचारी मानतीं हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शिक्षा विभाग के गाइंड कैदर को फिर से जिंदा करने का वचन दिया था परंतु सरकार बनने के बाद शिवराज सिंह सरकार की मिलावट वाली पदस्थापनाएं शुरू हो गईं हैं।