उज्जैन। कलेक्टर शशांक मिश्र ( Collector Shashank Mishra ) ने तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा ( Tehsildar Aniruddha Mishra ) को सस्पेंड कर दिया है। तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वाले भू माफिया को सरकारी कार्रवाई से बचने का रास्ता बताया। भू माफिया को कार्रवाई से बचने के टिप्स देती बातचीत का आडियो वायरल ( Audio viral ) हो गया। इसी के चलते तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा को सस्पेंड किया गया।
इंदाैर बायपास पर KGC HOTEL के पीछे सरकारी जमीन पर काॅलाेनी काटने का मामला जनवरी 18 में राजस्व अफसराें के सामने आया था। 12 जनवरी 18 काे तात्कालीन तहसीलदार सुदीप मीणा ( SUDEEP MINA ) ने माैके पर पहुंचकर नपती कराई थी ताे पता चला था कि भू-माफियाओं ने नानाखेड़ा कस्बे की सर्वे क्रमांक 49 की 4 बीघा सरकारी जमीन पर काॅलाेनी काटते हुए प्लाॅट बैच दिए हैं। एक वर्ष बाद 22 जनवरी 19 काे क्षेत्र के पटवारी विश्वेश्वर शर्मा ने माैके पर लगातार अवैध भवनाें का निर्माण किए जाने की रिपाेर्ट तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा के समक्ष प्रस्तुत की। इसकी जानकारी लगने पर संबंधिताें ने अपना पक्ष रखने के लिए तहसील न्यायालय में परिवाद दायर कर दिया। तहसीलदार न्यायालय में सुनवाई 19 फरवरी काे हाेना हैं। काॅलाेनी में 14 अवैध मकान बताए जा रहे हैं। इनमें से 5 निर्माणाधीन भी हैं।
उज्जैन तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा ने भू-माफिया सहित आठ लाेगाें काे 30 जनवरी 19 काे नाेटिस जारी किए। बाद में 2 फरवरी काे इन पर कार्रवाई के लिए नीलगंगा पुलिस काे और 6 फरवरी काे निगमायुक्त प्रतिभा पाल काे एफआईआर के लिए पत्र लिखा। मामले में 19 फरवरी काे तहसील न्यायालय में अंतिम सुनवाई हाेना थी, उससे पहले तहसीलदार मिश्रा ने ही संबंधिताें काे कार्यवाही से बचने के लिए बड़े न्यायालय में अपील कर स्टे ले आने की सलाह दे दी। इसका ऑडियो वायरल हुआ ताे कलेक्टर शशांक मिश्र ने तहसीलदार मिश्रा काे गुरुवार काे निलंबित कर दिया। मामले में प्रशासन विभागीय जांच करवाएगा। इधर निगमायुक्त ने दावा किया कि वे संबंधिताें के खिलाफ जल्द ठाेस कार्रवाई करेंगी।