भोपाल। कांग्रेस के चाणक्य दिग्विजय सिंह ने पत्रकार अमृता राय से शादी करके अपने रिश्ते को समाज के सामने स्वीकार किया। बदले में समाज ने भी दिग्विजय सिंह का स्वागत किया परंतु शायद उनके अपने प्रिय अनुज लक्ष्मण सिंह ने अमृता राय को अब तक स्वीकार नहीं किया है। लक्ष्मण सिंह का ताजा ट्वीट कुछ इसी तरह की चर्चाओं को जन्म दे रहा है।
चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह ने आज ट्वीटर पर लिखा कि लोक सभा चुनाव में नया चेहरा, जो कभी लोक सभा का चुनाव नहीं लड़ा हो, को अवसर देना चाहिये। पुराने चेहरों पर दांव खेलना, हानिकारक होगा। नेताओं की पत्नियों को लड़ाना, अत्यंत हानिकारक होगा। बता दें कि कांग्रेस में दिग्विजय सिंह की धर्मपत्नी अमृता राय सिंह के राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं चल रहीं हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का गुना लोकसभा से टिकट पक्का माना जा रहा है। कांग्रेस में फिलहाल सिर्फ 2 ही नेताओं की पत्नियों की चर्चा हो रही है। प्रियदर्शनी राजे के संदर्भ में लक्ष्मण सिंह इस तरह का बयान दें, माना नहीं जा सकता अत: अमृता राय ही शेष बचतीं हैं।
DIGVIJAY- AMRITA विवाह के पक्ष में नहीं था परिवार
बताया जाता है कि दिग्विजय सिंह के अमृता राय से प्रेम प्रसंग की जानकारी जब दिग्विजय सिंह के बेटे और चार बेटियों को हुई, तो सभी ने इसका विरोध किया। कहा तो यह भी गया कि दिग्गी के पुत्र और राघौगढ़ विधान सभा सीट से विधायक जयवर्धन सिंह ने इस रिश्ते का पता चलने के बाद कुछ महीने तक अपने पिता से बात तक नहीं की थी। लक्ष्मण सिंह की पत्नी रुबीना शर्मा सिंह ने तो ट्वीट करके अपनी नाराजगी सार्वजनिक की थी। @rubyssingh ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट्स में रूबीना ने लिखा था, मैं दिग्विजय सिंह से नाराज हूं क्योंकि उन्होंने उनके छोटे भाई से मेरी शादी का विरोध किया था। इसकी वजहें उन्होंने ये बताई थीं कि मैं लक्ष्मण सिंह से 13 साल छोटी हूं और राजपूत भी नहीं हूं।