भोपाल। बिजली की शिकायतों में फोन नहीं अटैंड होने या कॉल वेटिंग जैसी दिक्कतों से अब निजात मिल जाएगी। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी मार्च से आईवीआर (इंट्रेक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स) तकनीक शुरू करने जा रही है, जिससे कॉल लगाने के बाद सिर्फ एक नंबर दबाने से शिकायत अपने आप दर्ज हो जाएगी और 30 मिनट के भीतर उसका समाधान भी हो जाएगा।
वैसे अभी कई मोबाइल कंपनियों में इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, पर उनमें और बिजली कंपनी के सॉफ्टवेयर में इतना फर्क होगा कि लोगों को फोन पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 1912 पर कॉल लगते ही उन्हें विकल्प बताए जाएंगे और उस नंबर को दबाते ही शिकायत रजिस्टर्ड हो जाएगी। इसके बाद शिकायत संबंधित जोन तक पहुंचेगी और वहां से अमला कार्रवाई के लिए रवाना हो जाएगा। कंपनी अफसरों के मुताबिक, जैसे ही शिकायत आएगी, वह न सिर्फ जोन, बल्कि वहां के डिविजनल इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर तक भी पहुंचेगी। इससे अफसर यह पता कर सकेंगे कि शिकायत का क्या हुआ।
शिकायत दर्ज होने का समय, निराकरण का समय सब कुछ सॉफ्टवेयर थोड़ी-थोड़ी देर में अपडेट करेगा और इसकी सूचना आला अफसरों तक पहुंचती रहेगी। कंपनी इस कॉल की सुविधा में बिजली बंद होने, बिलों में त्रुटि सुधार, ट्रांसफॉर्मर, बिजली के खंभों की शिफ्टिंग, लाइन बदलने जैसी शिकायतों के लिए अलग-अलग विकल्प रखेगी। उपभोक्ता को जिस तरह की शिकायत है, उसके विकल्प कम्प्यूटर रिकॉर्डेड आवाज में सुनाई देंगे। उपभोक्ता विकल्प समझकर जैसे ही बटन दबाएगा, उसकी शिकायत रजिस्टर्ड हो जाएगी। इसमें उसे महज 10 से 15 सेकंड का समय लगेगा। इस तरह की सेवाओं में अमूमन लोगों की शिकायत रहती है कि समय बहुत लग जाता है और कई बार बटन दबाकर अलग-अलग विकल्पों पर जाना पड़ता है, लेकिन बिजली कंपनी का दावा है कि उनका सॉफ्टवेयर इतना अपडेट बनाया जा रहा है कि इसमें यह परेशानी नहीं आएगी।