अशोकनगर। यदि आप खेत में खड़ी फसल को उखाड़कर ले जाएं तो आंचलिक बोली में उसे 'पटा ले जाना' कहते हैं। सड़क किनारे चने की खेती करने वाले किसानों का यह सबसे बड़ा दर्द है कि उनकी चने की फसल जब पकती है तो एक बड़ा हिस्सा राह से गुजरने वाले लोग उखाड़कर ले जाते हैं। उनके लिए यह आनंद का अवसर होता है परंतु किसान के लिए नुक्सान। क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) की पत्नी प्रियदर्शनी राजे ( Priyadarshani Raje ) ने भी ऐसा ही किया। किसान को पता भी नहीं चला, उसके खेत में चोरी हो गई।
मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में तीन दिवसीय दौरे पर क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे गुरुवार की रात चंदेरी पहुंची। शुक्रवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए जब उनका काफिला नईसराय जा रहा था तो महिदपुर गांव से कुछ आगे खेतों में खड़े चने देखकर प्रियदर्शनी राजे ने अपना वाहन रुकवा दिया। समर्थक भागते हुए उनके नजदीक पहुंचे तो नजर आया कि राजे ने खड़े चने की तरफ देखा। कार्यकर्ता तत्काल समझ गए। वो बिना किसान की अनुमति के खेत में घुस गए और लहराता हुआ चना उखाड़ लाए। कुछ प्रियदर्शनी राजे को दिया गया, बाकी समर्थकों ने आपस में बांट लिया। नईसराय तक हरे चने खाते हुए श्रीमती सिंधिया ने अपना सफर तय किया।
गुस्साए किसान ने कलेक्टर की कार फोड़ दी थी / The angry farmer had broken the collector's car
खेत से बिना अनुमति के चना उखाड़ना यहां गंभीर मामला होता है। लोगों के लिए यह केवल आनंद का अवसर होता है। वो थोड़ी मात्रा में चना उखाड़ते हैं परंतु किसान के खेत का बड़ा हिस्सा साफ हो जाता है। उसे काफी नुक्सान होता है। इसलिए खेतों में किसान लट्ठ और पत्थर लेकर रखवाली भी करते हैं। मामला कोई 20 साल पहले का है। इसी तरह दौरे से लौट रहे कलेक्टर ने भी कार रोककर चना उखड़वा लिया था। गुस्साए किसान ने दूर से पत्थर मारा जो कलेक्टर की कार के कांच पर जाकर गिरा और कांच फूट गया। बाद में जब किसान को पता चला तो उसने माफी मांगी परंतु कलेक्टर ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए किसान को 100 रुपए दिए। यह खबर उन दिनों काफी सुर्खियों में रही थी।