भोपाल। एक होटल मालिक को सब्जी मंडी की एक ही दुकान से छह साल तक सब्जी खरीदना महंगा पड़ गया। सब्जी बेचने वाली महिला ने होटल मालिक को पति मानते हुए भरण-पोषण का केस दर्ज करा दिया। इसके बाद मामला जिला सेवा विधिक प्राधिकरण में काउंसलिंग के लिए पहुंचा। इस दौरान महिला ने बताया कि मेरा पहला पति 10 साल पहले छोड़कर चला गया।
करीब छह साल से यही मुझे रख रहा था और मेरी देखरेख कर रहा था। जब इसकी दूसरी शादी हो गई तो इसने मुझे छोड़ दिया। मेरे यहां से छह साल से अपने होटल के लिए थोक में सब्जी खरीदता था। शादी के बाद न तो मेरे यहां से सब्जी खरीदता है और न ही मेरा खर्चा देता है। इसके घर वाले भी पहले मुझसे अच्छे से बात करते थे, लेकिन अब घर में नहीं घुसने देते।
होटल मालिक ने तर्क दिया कि इस महिला की दुकान से रोज थोक में सब्जी लेता था और ये घर भी सब्जी भेज देती थी तो घर पर आना-जाना शुरू हो गया। इसे जब भी सब्जी खरीदने के लिए एडवांस पैसों की जरूरत पड़ती थी, तब इसे पैसे दे देता था। अब मेरी दो साल पहले शादी हो गई तो इसने मेरे खिलाफ केस लगा दिया। ये महिला मेरी शादी में शामिल भी हुई थी। काउंसलर सरिता राजानी ने बताया कि इस मामले में एक बार काउंसलिंग हो गई है। दूसरी काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। महिला होटल मालिक के साथ रहने का दबाव बना रही है, जबकि वह रखने को तैयार नहीं है।