भोपाल। भाजपा की संस्थापक सदस्य राजमाता विजयराजे सिंधिया की बेटी एवं मध्यप्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित सिंधिया राजघराने के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनावी राजनीति से सन्यास का ऐलान कर दिया है। यह घोषणा उन्होंने राजमाता सिंधिया की पुण्यतिथि के अवसर पर की। बता दें कि यशोधरा राजे भाजपा सरकार में 2 बार मंत्री रह चुकीं हैं एवं एक बार ग्वालियर लोकसभा से सांसद भी रहीं हैं।
सिंधिया रियासत की राजधानी रहे ग्वालियर शहर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर छत्री स्थित राजमाता के समाधि स्थल पर बड़ी संख्या में लोग राजमाता को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे। सबसे पहले बीजेपी विधायक औऱ राजमाता की बेटी यशोधरा राजे सिंधिया ने पुष्पांजलि अर्पित की। उसके बाद बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता और आम लोगों ने राजमाता की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाए।
पूर्व मंत्री यशोधरा राजे ने कहा कि आज राजमाता की पुण्यतिथि भी है और कुंभ में शाही स्नान का दिन भी हैै। यशोधरा ने कहा कि हम सभी को राजमाता के जीवन और आदर्शों को याद करना चाहिए। ग्वालियर से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर यशोधरा ने कहा यह तय करना पार्टी हाईकमान का काम है। यशोधरा राजे ने कहा कि वो अब तक छह चुनाव लड़ चुकी है और अब चुनाव लड़ना नहीं चाहती हैं।
अपडेट: बताया जा रहा है कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि 'अब तक छह चुनाव लड़ चुकी है और अब चुनाव लड़ना नहीं चाहती हैं।' बल्कि यह कहा था कि 'अब तक छह चुनाव लड़ चुकी हैं, अब अगला चुनाव लड़ना नहीं चाहती हैं।' यानी 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहतीं।
अपडेट: बताया जा रहा है कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि 'अब तक छह चुनाव लड़ चुकी है और अब चुनाव लड़ना नहीं चाहती हैं।' बल्कि यह कहा था कि 'अब तक छह चुनाव लड़ चुकी हैं, अब अगला चुनाव लड़ना नहीं चाहती हैं।' यानी 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहतीं।