नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों को जगह जगह निशाना बनाए जाने की खबरें लगातार आ रही हैं. इसी बीच दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन पर तीन शॉल बेचने वालों ने आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात लोगों ने 'पत्थरबाज' कहकर उनकी पिटाई कर दी. इस हंगामे के बीच भीड़ भी हमलावरों के साथ शामिल हो गई और हंगामा हो गया.
इस बारे में पुलिस उपायुक्त (रेलवे) दिनेश गुप्ता ने बताया, 'हरियाणा के सांपला जाने के लिए शॉल बेचने वाले तीन कश्मीरी युवक एक लोकल ट्रेन में सवार हुए थे. इसी दौरान कुछ युवकों ने उन्हें गंदी गालियां देनी शुरू कर दीं और जब उन्होंने आपत्ति जताई तो युवकों ने कहा कि तुम वहां पत्थर फेंकते हो और रोजी-रोटी के लिए यहां आते हो. इसके बाद वे तीनों युवक अपना बैग छोड़कर नांगलोई में ही उतर गए. बैग में लगभग दो लाख रुपये के मूल्य का शॉल था.' उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है छानबीन की जा रही है.
कश्मीरियों ने बताया कि वे पिछले साल व्यापार के सिलसिले में दिसंबर में दिल्ली आए थे और तब से सराय रोहिल्ला में रह रहे थे. पिछले दस सालों से वे यहां व्यापार करते आए हैं, लेकिन अब तक उन्हें कभी इस तरह का व्यवहार नहीं झेलना पड़ा. शिकायत दर्ज होने के बाद पीड़ित कश्मीरियों ने अपने स्थानीय विधायक से बात की और उन्होंने माकपा नेता वृंदा करात से संपर्क किया. वृंदा करात ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करने में उनकी मदद की.
उन्होंने कहा कि युवकों ने कहा कि हमलावरों ने उनसे कहा कि वो सेना से ही हैं और तुम लोगों ने हमारे लोगों को मारा है. फिर वो गालियां देकर मारपीट करने लगे और बेल्ट से कश्मीरी लोगों की पिटाई की. बताया जा रहा है कि इस घटना में एक कश्मीरी के सिर में गंभीर चोट आई और दूसरे के चेहरे पर गहरे जख्म है. अब तक पुलिस हमलावरों की पहचान नहीं कर पाई है.