देहरादून। पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि गाय एक साधारण जानवर है, उसे माता कहने वालों के दिमाग में गोबर भरा हुआ है। इतना ही नहीं पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने यह भी कहा कि 'राम' कोई भगवान नहीं बल्कि एक सामान्य इंसान थे। पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने कहा कि देश में ये मुद्दे नहीं हो सकते। बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। यह 45 साल के चरम पर है।
देहरादून में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे काटजू ने भगवान राम को भगवान मानने से इनकार कर दिया। काटजू के मुताबिक भगवान राम एक साधारण आदमी थे। वहीं गाय पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि गाय अन्य जानवरों की तरह ही एक जानवर है। गाय को जो लोग माता कहते हैं उनके दिमाग में गोबर भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता को अपने पक्ष में करने के लिए राम मंदिर पर पॉलिटिक्स हो रही है। राम मंदिर का मुद्दा उछालने का मकसद सिर्फ जनता को मुद्दे से भटकाना है।
'देश को नए संविधान की जरूरत'
काटजू के मुताबिक अब देश को नए संविधान की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने आधुनिक संस्थान और आधुनिक समाज को भी मौजूदा समय के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि जब तक देश की जनता धर्म, जाति की राजनीति करने वालों को सबक नहीं सिखाएगी तब तक समाज का भला नहीं होगा। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बेरोजगारी पिछले 45 सालों के बाद चरम पर है। जिसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। काटजू के मुताबिक भारत की संसद में अपराधियों को बोलबाला है।