भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पूर्व सलाहकार एवं नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष राकेश साहनी को पद से हटा दिया है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी को शिवराज सरकार ने 2015 में एनवीडीए का चेयरमैन बनाया था। इससे पहले वे कई सालों तक विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कहा जा रहा है कि NVDA में साहनी को नियुक्ति देकर उपकृत किया गया था क्योंकि वो सीएम शिवराज सिंह के सलहाकार रह चुके थे।
कमलनाथ सरकार ने सबको हटाया लेकिन साहनी रोज दफ्तर आ रहे थे
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने आते ही सभी निगम-मंडलों के अध्यक्षों को हटाने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद सभी निगम-मंडल के अध्यक्षों को पद से हटा दिया गया था, वहीं कुछ अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बावजूद राकेश साहनी अपने पद पर बने हुए थे। सूत्रों के मुताबिक साहनी रोज दफ्तर भी आ रहे थे। कांग्रेस सरकार को इसका पता चला था। इसके बाद ये आदेश जारी कर दिए गए।
साहनी के लिए स्पेशल आर्डर जारी करने पड़े
राकेश साहनी 1972 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। साहनी को जुलाई 2015 में अध्यक्ष बनाया गया था। वे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सलाहकार भी रह चुके हैं। साहनी को हटाने के आदेश शुक्रवार देर रात जारी किए गए। दरअसल, एनवीडीए के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति राजनीतिक मानी जाती है। हालांकि अब तक इस पद पर अनुभवी नौकरशाहों या तकनीकी विशेषज्ञों को ही बैठाया जाता रहा है। बता दें कि साहनी की नियुक्ति पर भी आपत्तियां उठाई गईं थीं। कहा गया था कि साहनी को उपकृत करने के लिए नियुक्त किया गया है।