मंदसौर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव (OP SRIVASTAVA IAS) ने बड़ी ही धूमधाम से नए कलेक्टर कार्यालय (MANDSAUR COLLECTOR OFFICE) का निर्माण कराया था। कलेक्टर खुद रुचि ले रहे थे। भवन का नाम भी 'सुशासन भवन' रखा गया। 'सुशासन' का अर्थ क्या शायद बताने की जरूरत नहीं। 'सुशासन भवन' (SUSHASAN BHAVAN) का शुभारंभ भी ऐसे हुआ मानो किसी देवालय का शुभारंभ हो रहा हो परंतु मात्र 6 माह में ही 'सुशासन भवन' में से घोटाला उखड़ रहा है, छत से टपक रहा है और दीवारों से दरक रहा है। ठेकेदार मरम्मत करा देगा, लेकिन निर्माण कार्य में गड़बड़ी तो उजागर हो ही गई ना और ओपी श्रीवास्तव आईएएस की योग्यता पर सवाल भी।
मंदसौर का नया कलेक्टर भवन, जिसे 'सुशासन भवन' नाम दिया गया है का निर्माण 13 करोड़ 71 लाख रुपये की लागत से हुआ था। इस भवन का पिछले साल जुलाई में लोकार्पण किया गया था, लेकिन भवन के निर्माण की पोल अब खुलने लगी है। घटिया निर्माण के कारण जगह-जगह से टाइल उखड़ गई है। कई जगहों पर भवन की छत से पानी भी टपकने लगा है। इस भवन ने ना रेलिंग सही है और न ही फर्श।
सर्वधर्म प्रार्थना के साथ कलेक्टर ने मंगल प्रवेश किया था
यशनगर मार्ग से बायपास पर 13 करोड़ की लागत से बनाए गए नवीन कलेक्टोरेट भवन का शुभारंभ रविवार 29 जुलाई 2018 को कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने किया था। कलेक्टर ने आम कलेक्टर कार्योलयों से काफी अलग प्रतिष्ठित किया था। इस भवन का नाम 'सुशासन भवन' रखा गया। कलेक्टर ने हिंदू, मुस्लिम, सिख सहित सभी धर्मों के अनुसार पूजापाठ कर मंगल प्रवेश किया था।