आदित्य अवस्थी/नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वो पाकिस्तान का 'बाप' है। दुनिया में किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी कि 26 फरवरी 2019 वो तारीख होगी जबकि भारत हमला करेगा। क्योंकि 25 फरवरी 2019 तक भारत की सरकार विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में व्यस्त नजर आ रही थी। हमले की भनक किसी को कानों कान नहीं लगी थी।
भारत ने दुनिया को जताया कि इंडियन आर्मी ऑपरेशन करेगी, पाकिस्तान ने भी जमीन पर पूरी तैयारी कर रखी थी लेकिन पाकिस्तान को झकाते हुए भारत ने हवाई हमला कर दिया।
भारत ने एयर स्ट्राइक से पहले दिल्ली में वॉर मेमोरियल का उद्घाटन किया। सीआरपीएफ के वीरों को श्रद्धांजलि दी और इसके ठीक बाद हमले के लिए निकल गए।
पाकिस्तानी सरकार को रणनीतिपूर्वक यह जताया गया कि भारत शांति की बातचीत कर सकता है और चुपके से हमला प्लान किया गया।
हमला आधी रात के बाद 3:30 बजे किया गया, यह समय मिराज 2000 के लिए सबसे मुफीद होता है और पाकिस्तान की आर्मी जब तक संभल पाती, बम बारिश करके वायुसेना भारत में वापस आ गई।
सबसे बड़ी सफलता यह है कि पाकिस्तान आर्मी के चीन से खरीदे हुए अत्याधुनिक संसाधन यह पता ही नहीं लगा पाए कि भारत के 12 लड़ाकू विमान उनकी सीमा में घुस गए हैं।
पिछली सर्जिकल स्ट्राइक में सभी आतंकी केंप को निशाना बनाया गया था लेकिन इस बार केवल जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग केंप को टारगेट किया गया।
भारत के पास जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग केंपों की पूरी सही और सटीक जानकारी थी। टारगेट सेट किया और तबाह किया गया।
यह इजराइल की तरह किया गया ऑपरेशन है, जिसकी मांग भारत के नागरिकों ने की थी।
भारत पाकिस्तान के युद्ध इतिहास में पहली बार है जब भारत की वायुसेना ने इस तरह हमला किया। इससे पहले तक वायुसेना केवल इंडियन आर्मी को बैकअप सपोर्ट देती थी।
माना जाता है कि पाकिस्तान की एयरफोर्स भारत की एयरफोर्स से ज्यादा शक्तिशाली है, परंतु इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तानी वायुसेना को जागने तक का अवसर नहीं दिया।